दिल्ली में सोमवार शाम लाल किले के पास हुए कार धमाके ने पूरे देश को हिला दिया है. इस घटना में अब तक 10 लोगों की मौत और 24 से ज्यादा घायल होने की खबर है. विस्फोट के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और राजधानी को तुरंत हाई अलर्ट पर रखा गया. अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है.
धमाके के कुछ घंटे बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई. बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, IB प्रमुख तपन डेका, दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा और NIA प्रमुख सदानंद वसंत दाते शामिल हुए. वहीं, जम्मू-कश्मीर के DGP नलिन प्रभात ने डिजिटल माध्यम से हिस्सा लिया. इसी बैठक में तय हुआ कि धमाके की जांच अब NIA करेगी.
दिल्ली पुलिस ने मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है. शुरुआती जांच में यह साफ हुआ है कि यह एक सुनियोजित आतंकी साजिश हो सकती है. पुलिस ने राजधानी के कई इलाकों में छापेमारी शुरू कर दी है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जिस हुंडई i20 कार में धमाका हुआ, उसका चालक उमर मोहम्मद था, जो जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का निवासी और पेशे से डॉक्टर बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि उमर का संबंध फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल से था, जहां से हाल ही में 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ था.
प्रारंभिक जांच के अनुसार, कार में अमोनियम नाइट्रेट, फ्यूल ऑयल और डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया था. सीसीटीवी फुटेज में भी चालक की तस्वीर सामने आई है, जिससे जांच एजेंसियों को अहम सुराग मिले हैं.
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. हर वाहन और संदिग्ध की गहन जांच की जा रही है.
Copyright © 2025 The Samachaar
