आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन केवल कॉल या मैसेज का जरिया नहीं, बल्कि हमारी पूरी जिंदगी का कंट्रोल सेंटर बन चुका है. सुबह का अलार्म हो या मीटिंग रिमाइंडर, बैंकिंग ट्रांजेक्शन्स से लेकर सोशल मीडिया स्क्रॉलिंग तक – सब कुछ अब इसी छोटे से डिवाइस पर निर्भर करता है. ऐसे में जरा सोचिए, अगर यही मोबाइल अचानक खो जाए या चोरी हो जाए, तो क्या होगा? सिर्फ एक डिवाइस नहीं जाता – हमारी पर्सनल जानकारी, यादें, बैंकिंग डिटेल्स और सोशल पहचान भी खतरे में पड़ जाती है.
लेकिन घबराने की नहीं, स्मार्ट तरीके से कदम उठाने की जरूरत होती है, ताकि आपकी डेटा सेफ रहे और कोई उसका दुरुपयोग न कर सके. अगर आपका मोबाइल चोरी हो गया है या कहीं गिर गया है, तो नीचे बताए गए जरूरी कदम तुरंत उठाएं.
आपका मोबाइल नंबर सिर्फ बातचीत का जरिया नहीं, बल्कि बैंकिंग, OTP और पहचान का भी माध्यम है. अगर ये नंबर गलत हाथों में चला जाए, तो फ्रॉड का खतरा बढ़ जाता है. तुरंत अपने मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर (Jio, Airtel, VI, BSNL आदि) की हेल्पलाइन पर कॉल करें और सिम कार्ड को ब्लॉक कराएं.
आधार कार्ड आज हर जरूरी सरकारी और निजी सुविधा से जुड़ा है. अगर चोर को आपके आधार से लिंक मोबाइल नंबर तक पहुंच मिल गई, तो वह इसे कई तरीकों से गलत उपयोग कर सकता है. नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाकर तुरंत नया मोबाइल नंबर अपडेट करवाएं.
Paytm, PhonePe, Google Pay जैसे ऐप्स सीधे बैंक अकाउंट से जुड़े होते हैं. अगर फोन का लॉक तोड़ा गया, तो बैंक बैलेंस भी खतरे में पड़ सकता है. तुरंत अपने बैंक की कस्टमर केयर को सूचित करें और UPI सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद करवाएं.
आजकल लगभग हर किसी का फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और ईमेल फोन में लॉग इन रहता है. चोरी हुआ फोन अगर चोर चला पाए, तो आपकी डिजिटल पहचान का गलत इस्तेमाल हो सकता है. किसी दूसरे डिवाइस से सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स में लॉग इन करें और "Log Out From All Devices" चुनें. सभी अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें और 2-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन करें.
फोन चोरी एक क्राइम है, जिसे गंभीरता से लेना जरूरी है. नजदीकी पुलिस स्टेशन जाकर FIR दर्ज करवाएं और उसकी डिजिटल या प्रिंट कॉपी अपने पास रखें. इसके बाद भारत सरकार के CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल पर जाकर फोन का IMEI नंबर दर्ज कर फोन को ब्लॉक कर दें. ब्लॉक होने के बाद वो मोबाइल किसी भी नेटवर्क पर काम नहीं करेगा, भले ही सिम बदल दिया जाए.
अगर आपके पास फोन का IMEI नंबर है (यह फोन के बॉक्स या बिल पर होता है), तो आप इसे ट्रैक भी कर सकते हैं. CEIR पोर्टल की मदद से सरकार चोरी हुए फोन को ट्रैक कर सकती है. जैसे ही कोई नया सिम डाला जाएगा, सिस्टम पुलिस को अलर्ट कर सकता है.
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