टैक्स फाइलिंग की बात सुनते ही कई लोगों के माथे पर चिंता के बादल छा जाते हैं. सालभर की कमाई का हिसाब रखना, सही टैक्स स्लैब चुनना और दस्तावेज तैयार करना इतना जटिल लगता है कि लोग महंगे कंसल्टेंट्स के चक्कर काटने लगते हैं. लेकिन अब डिजिटल टेक्नोलॉजी ने इस झंझट को काफी हद तक आसान बना दिया है. जियो फाइनेंस ऐप ने टैक्स फाइलिंग और मैनेजमेंट के लिए नया डिजिटल मॉड्यूल लॉन्च किया है, जो प्रक्रिया को सरल, तेज और किफायती बनाता है.
इस फीचर को टैक्सबडी के साथ मिलकर तैयार किया गया है, जो ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग और एडवाइजरी सेवाओं में भरोसेमंद डिजिटल प्लेटफॉर्म के रूप में जाना जाता है. जियो फाइनेंस और टैक्सबडी की साझेदारी का लक्ष्य है कि आम टैक्सपेयर्स भी बिना ज्यादा खर्च के, प्रोफेशनल गाइडेंस के साथ अपने रिटर्न फाइल कर सकें.
1. टैक्स फाइलिंग: यह सुविधा पुराने और नए टैक्स सिस्टम के बीच के कन्फ्यूजन को खत्म करती है. यूजर बिना किसी बिचौलिए के धारा 80C और 80D जैसी टैक्स छूट का सही इस्तेमाल कर सकते हैं और आसानी से रिटर्न फाइल कर सकते हैं.
2. टैक्स प्लानर: यह फीचर आने वाले टैक्स का अनुमान लगाने और उसे कम करने के उपाय बताता है. इसमें पर्सनलाइज्ड डिडक्शन मैपिंग, HRA की जांच और पुराने व नए सिस्टम की तुलना जैसी सुविधाएं हैं, ताकि यूजर अपने लिए सबसे फायदेमंद विकल्प चुन सके.
इस फीचर की सबसे बड़ी खासियत इसकी कीमत है. खुद रिटर्न भरने के लिए केवल 24 रुपये खर्च करने होंगे, जबकि टैक्स एक्सपर्ट की मदद लेने पर यह 999 रुपये से शुरू होता है. ऐप पर रिटर्न भरने के बाद आप स्थिति ट्रैक कर सकते हैं, रिफंड देख सकते हैं और टैक्स नोटिस का अलर्ट भी पा सकते हैं.
जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के MD और CEO हितेश सेठिया के मुताबिक, टैक्स फाइलिंग की डेडलाइन नजदीक आने पर लोग अक्सर घबराते हैं. उनका कहना है कि यह मॉड्यूल इतनी आसान बनाया गया है कि कोई भी व्यक्ति सही और समय पर टैक्स भर सके, साथ ही वित्तीय जिम्मेदारियों को समझकर भविष्य की बेहतर योजना बना सके.
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