ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में दहेज की भूख ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया. यहां एक महिला निक्की को उसी के पति ने मारपीट कर उसके बेटे के सामने जिंदा जला दिया. घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है. इस खौफनाक वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया है और सोशल मीडिया पर इसके कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं.
पुलिस के मुताबिक, निक्की की शादी साल 2016 में विपिन से हुई थी. शादी के समय ससुरालवालों को एसयूवी कार दी गई थी, लेकिन उनकी मांगें लगातार बढ़ती रहीं. शिकायत में दर्ज है कि ससुराल पक्ष ने बाद में एक और गाड़ी और 35 लाख रुपये अतिरिक्त मांगे. गुरुवार की रात विवाद के बाद पति विपिन ने पहले पत्नी निक्की की पिटाई की और फिर पेट्रोल डालकर लाइटर से उसे आग लगा दी.
निक्की का 8 साल का बेटा इस पूरी वारदात का गवाह बना. उसका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह कह रहा है, “पापा ने पहले मम्मी को चाटा मारा, फिर कुछ डालकर लाइटर से आग लगा दी." यह बयान घटना की क्रूरता को उजागर करता है.
निक्की की बहन कंचन ने शिकायत दर्ज कराई है. कंचन की शादी भी उसी घर में हुई थी निक्की के देवर रोहित से. उसने बताया कि गुरुवार की शाम सास दया और पति विपिन ने निक्की पर हमला किया. जब कंचन बीच-बचाव के लिए आई तो उसे भी पीटा गया. आरोप है कि पति विपिन, सास-ससुर और देवर सभी इस साजिश में शामिल थे. फिलहाल पुलिस ने पति विपिन को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अन्य की तलाश जारी है.
निक्की के पिता भिकारी सिंह पायला ने बेटी की हत्या को सुनियोजित बताते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा, “वे हत्यारे हैं, उन्हें गोली मार देनी चाहिए और उनके घर पर बुलडोजर चलना चाहिए. मेरी बेटी बहुत दर्द में मरी है.” पिता ने यह भी आरोप लगाया कि विपिन का किसी और महिला से संबंध था और वह निक्की को रास्ते से हटाना चाहता था.
ग्रेटर नोएडा का यह मामला एक बार फिर दहेज प्रथा की भयावह हकीकत को सामने लाता है. जहां एक महिला को उसकी मेहनत और आत्मनिर्भरता के बावजूद, लालच और उत्पीड़न की आग में जिंदा जला दिया गया. अब देखना होगा कि यूपी पुलिस और सरकार इस पर कितनी सख्ती दिखाती है.
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