दिल्ली में हुए कार धमाके का मुख्य संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद बताया जा रहा है. घटना सोमवार रात करीब 6:52 बजे लाल किले के पास हुई थी. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, धमाके में इस्तेमाल कार HR 26 CE 7674 थी. सीसीटीवी फुटेज में उमर को दोपहर 3:19 बजे कार पार्क करते और शाम 6:48 बजे अकेले कार में बैठे देखा गया. पुलिस का मानना है कि विस्फोट के समय यही कार चला रहा था.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि उमर के तार हरियाणा के फरीदाबाद में पकड़े गए आतंकवादी मॉड्यूल से जुड़े हो सकते हैं. प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट, ईंधन तेल और डिटोनेटर का इस्तेमाल हुआ. फरीदाबाद मॉड्यूल से 360 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया था. पुलिस के अनुसार, उमर भी इस मॉड्यूल में शामिल एक चिकित्सक था. साथ ही, पुलवामा निवासी तारिक को गिरफ्तार किया गया, जिसने कथित रूप से उमर को हुंदै आई 20 कार दी थी.
उमर के परिवार ने मीडिया के सामने हैरानी जताई है. परिवार का कहना है कि उमर हमेशा पढ़ाई में ध्यान देता था और गरीबी से बाहर निकलने की उम्मीद उनकी थी. उसकी रिश्तेदार, जो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करती हैं, ने बताया कि उमर पढ़ाई का शौकीन था और अक्सर घर में पढ़ाई करने के लिए कहता था.
सीसीटीवी फुटेज में उमर को दोपहर 3:19 बजे कार पार्क करते और शाम 6:48 बजे अकेले कार में बैठे देखा गया. इसके चार मिनट बाद, यानी 6:52 बजे कार में धमाका हुआ. पुलिस के अनुसार, उमर को अपने आतंकवादी साथियों की गिरफ्तारी के बाद डर था, इसलिए उसने यह हमला किया.
पुलिस अभी अंतिम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. शुरुआती जांच से यह संकेत मिलते हैं कि दिल्ली धमाके और फरीदाबाद के मॉड्यूल का सीधा संबंध हो सकता है. उमर की गिरफ्तारी और मॉड्यूल के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है.
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