बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग को लेकर बड़ी हलचल है. सूत्रों की मानें तो गठबंधन के घटक दलों के बीच सीटों का फॉर्मूला लगभग तय हो चुका है. खबर है कि जनता दल यूनाइटेड (JDU) लगभग 102 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) लगभग 101 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
चिराग पासवान की पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी-आर), को 20 सीटें मिल सकती हैं, जिसमें बाद में 1 एमएलसी और 1 राज्यसभा सीट का प्रावधान भी हो सकता है. इसके अलावा, हम (RLM) को लगभग 10-10 सीटें मिलने की संभावना है. हालांकि, अंतिम घोषणा में एक-दो सीटों में बदलाव या अदला-बदली की संभावना बनी हुई है.
हाल ही में मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि अगले दस दिनों में सीटों का बंटवारा औपचारिक रूप से कर दिया जाएगा. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि चिराग पासवान को उनके सम्मानजनक सीटें दी जाएंगी और किसी भी घटक दल के नाराज होने की संभावना नहीं है. पटना में होने वाली कांग्रेस की बैठक को लेकर संतोष सुमन ने कहा कि कांग्रेस को समझ आ गया है कि पिछलग्गू बनने से कुछ हासिल नहीं होगा. अगर कांग्रेस को सद्बुद्धि आई है, तो उनका स्वागत किया जाएगा.
पिछले दिनों केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी मुखिया जीतनराम मांझी ने भी ज्यादा सीटों की डिमांड की थी. उन्होंने हम पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी के रूप में रजिस्टर्ड कराने का हवाला देते हुए एनडीए में अधिक प्रतिनिधित्व की मांग की. इसके अलावा, अन्य घटक दलों में भी सीटों के बंटवारे को लेकर हल्की खींचतान देखी गई. इस वजह से अब सभी की नजरें एनडीए द्वारा औपचारिक घोषणा पर टिकी हैं.
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में JDU ने 243 विधानसभा सीटों में 115 और BJP ने 110 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. वहीं, जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (सेक्युलर) को 7 सीटें मिली थीं और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने 11 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इस बार भी JDU और BJP गठबंधन की मजबूत स्थिति में हैं और सीटों के बंटवारे के साथ एनडीए चुनाव में जोरदार दावेदारी पेश करने की तैयारी में है.
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