अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे की जांच अब तेज़ हो गई है. सोमवार को बोइंग कंपनी के विशेषज्ञ अहमदाबाद पहुंचे, ताकि हादसे की बारीकियों की तकनीकी जांच की जा सके. यह हादसा उस वक्त हुआ जब लंदन जा रहा एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान (VT-ANB) अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एक मेडिकल कॉलेज के कैंपस पर आकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक यात्री, सीट नंबर 11A पर बैठी महिला, जिंदा बची है। ज़मीन पर मौजूद करीब 30 लोगों की भी जान गई है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह विमान जून 2023 में ‘सी चेक्स’ (Comprehensive Maintenance Checks) से गुजरा था और अगली जांच दिसंबर 2025 में होनी थी। एयर इंडिया के बेड़े में 26 पुराने बोइंग 787-8 विमान और सात 787-9 शामिल हैं. हादसे के बाद डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने सभी बोइंग 787-8/9 विमानों की सुरक्षा जांच को और सख्त करने का निर्देश दिया है.
हादसे के बाद बचाव टीम को पहले ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर) मिला था, जो डॉक्टरों के हॉस्टल की छत पर पाया गया. रविवार को जांच अधिकारियों ने पुष्टि की कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर भी मिल चुका है. यह रिकॉर्डर हादसे के समय पायलट्स के बीच हुई बातचीत और अन्य साउंड्स को रिकॉर्ड करता है, जिससे जांच में असली कारणों का पता लगाया जा सकेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा ने रविवार को दुर्घटनास्थल का दौरा किया और अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली. यह हादसा न केवल तकनीकी स्तर पर, बल्कि विमानन सुरक्षा के प्रति हमारी तैयारियों पर भी बड़े सवाल खड़े कर रहा है. अब सभी की निगाहें DGCA और Boeing की संयुक्त रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे असल वजहों का खुलासा हो सके.
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