Kaisa Rahega Aaj ka Mausam: इन दिनों देश के कई हिस्सों में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं, लेकिन अब राहत की खबर है। 15 जून से मानसून के प्रवेश की शुरुआत मानी जाती है, और मौसम विभाग के मुताबिक आज यानी रविवार से ही कई राज्यों में बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है. इससे लोगों को चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. इस बीच मौसम को लेकर किन राज्यों में कब बारिश होने की संभावना है आइए जानते हैं...
राजस्थान में मानसून से पहले ही बादलों की गर्जना और मूसलधार बारिश का सिलसिला तेज हो गया है. जयपुर, जोधपुर समेत 14 जिलों में रविवार को जोरदार बारिश हुई. आज भी राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है.
एमपी में मानसून की आहट सुनाई देने लगी है. अगले दो दिनों में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो सकता है. फिलहाल, प्री-मानसून के चलते पूरे राज्य में आंधी और बारिश का दौर जारी है। खासकर नरसिंहपुर और डिंडौरी में सोमवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. अन्य जिलों में भी तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है.
यूपी में गर्म हवाओं से तप रहे लोग अब राहत महसूस कर रहे हैं. आज राज्य के 62 जिलों में बादलों की गड़गड़ाहट, बिजली गिरने और बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग का कहना है कि 18 जून को गोरखपुर की ओर से मानसून यूपी में प्रवेश करेगा, जिससे मौसम का मिज़ाज पूरी तरह बदल जाएगा.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह हल्की बारिश हुई, जिससे गर्मी से थोड़ी राहत तो मिली, लेकिन तापमान अब भी 41.8 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है. लोगों को उमस से फिलहाल निजात नहीं मिली है, लेकिन मानसून की दस्तक का इंतज़ार जरूर बढ़ गया है.
केरल और कर्नाटक में भारी बारिश का कहर जारी है. केरल के मलप्पुरम, कन्नूर, कासरगोड, वायनाड और त्रिशूर में जलस्तर बढ़ने और तेज बारिश के कारण सोमवार को सभी स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश दिया गया है. उधर, कर्नाटक में भी उडुपी और दक्षिण कन्नड़ जिलों में रेड अलर्ट के चलते सोमवार को छुट्टी घोषित कर दी गई है.
नतीजा साफ है - देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की एंट्री हो चुकी है या होने वाली है. इसके साथ ही कई राज्यों में बिजली गिरने, पेड़ उखड़ने और स्कूल बंद होने जैसी घटनाएं भी सामने आ रही हैं। आने वाले कुछ दिन देशभर में मौसम के कई रंग दिखाएंगे – कहीं राहत, तो कहीं आफत.
Copyright © 2025 The Samachaar
