पैरों में दर्द की समस्या आजकल हर उम्र के लोगों में देखी जा रही है. लंबे समय तक खड़े रहने, थकान, बढ़ती उम्र, ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी या मांसपेशियों की ऐंठन जैसी वजहों से लेग पेन होना आम बात है. ऐसे में बिना दवा के राहत पाने का सबसे असरदार और आसान तरीका है नमक वाले गुनगुने पानी से पैरों की सिंकाई करना.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर दर्द के लिए एक ही नमक कारगर नहीं होता? जी हां! हर दर्द की प्रकृति अलग होती है, और उसी के हिसाब से अलग-अलग नमक का इस्तेमाल करने से ज्यादा बेहतर और जल्दी असर देखने को मिलता है. आइए जानते हैं कि कौन-से दर्द में कौन-सा नमक उपयोगी है.
अगर पैरों में केवल थकान या दिनभर की मेहनत की वजह से हल्का दर्द है, तो गुनगुने पानी में साधारण समुद्री नमक मिलाकर 15-20 मिनट तक पैर डुबोएं. इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा और मांसपेशियां रिलैक्स होंगी. साथ ही गर्दन दर्द या सिरदर्द में भी यह सिंकाई लाभ पहुंचा सकती है.
एप्सम सॉल्ट मैग्नीशियम से भरपूर होता है जो मांसपेशियों की जकड़न को कम करता है. अगर आपको रात को पैरों में ऐंठन (लेग क्रैम्प) या सायटिका की समस्या है, तो रोज 15 मिनट इसकी सिंकाई करें. लगातार कुछ दिनों तक ऐसा करने से काफी राहत मिलती है.
डेड सी सॉल्ट में अन्य मिनरल्स की मात्रा ज्यादा होती है और सोडियम कम होता है. यह नमक त्वचा को सॉफ्ट बनाता है और एड़ियों में दर्द या सूजन को कम करता है. 15 मिनट रोजाना पैरों को इसमें डुबोएं और फर्क महसूस करें.
अगर आप वेरिकोज वेन्स की समस्या से परेशान हैं, तो गुनगुने पानी में पिंक सॉल्ट डालकर रोजाना 15 मिनट तक पैरों की सिंकाई करें. लगातार 3 हफ्ते तक यह उपाय अपनाएं, नसों की सूजन और दर्द में काफी राहत मिलेगी.
पैरों की सेहत के लिए दवा से पहले घरेलू उपाय आज़माना एक बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन ज़रूरी है कि दर्द की प्रकृति को समझकर सही नमक का इस्तेमाल करें. सही नमक, सही समय पर इस्तेमाल करने से आप दवाओं से भी बेहतर और नेचुरल राहत पा सकते हैं.
(Disclaimer: यह स्टोरी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)
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