झारखंड के जमशेदपुर में रहने वाले रोहित कुमार की कहानी लाखों छात्रों के लिए उम्मीद की किरण बनकर उभरी है. बेहद साधारण और आर्थिक रूप से संघर्षशील परिवार से आने वाले रोहित ने यह साबित कर दिया कि अगर इरादे बुलंद हों और मेहनत लगातार की जाए, तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रहता.
NEET UG 2025 परीक्षा में रोहित ने 720 में से 549 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 12,484 और कैटेगरी रैंक 1,312 प्राप्त की है. यह उपलब्धि इसलिए और खास है क्योंकि यह सफलता रोहित को तीसरे प्रयास में मिली. पहले दो बार वे असफल रहे थे. सोशल मीडिया पर रोहित का वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसकी खूब तारीफ की जा रही है.
रोहित के लिए यह सफर आसान नहीं था. दो बार असफलता मिलने के बाद जहां कई छात्र उम्मीद खो देते हैं, वहीं रोहित ने हार नहीं मानी. उन्होंने ठान लिया था कि जब तक सफलता नहीं मिलती, तब तक रुकना नहीं है. NEET जैसे कठिन मेडिकल एंट्रेंस की तैयारी के साथ-साथ रोहित मोबाइल कवर की दुकान पर काम भी करते थे. सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई शुरू करते, फिर 8 बजे दुकान चले जाते और दोपहर में लौटकर पूरे दिन-रात NEET की तैयारी में जुट जाते. यह अनुशासन और मेहनत ही है जिसने रोहित को आज इस मुकाम तक पहुँचाया है.
जब परीक्षा परिणाम आया और रोहित की मेहनत रंग लाई, तो उनकी कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. मशहूर ऑनलाइन शिक्षक और फिजिक्स वाला के संस्थापक आलख पांडे ने खुद रोहित से मिलकर उन्हें बधाई दी. दोनों की बातचीत के वीडियो इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहे हैं और लाखों छात्र रोहित को अपना रोल मॉडल मान रहे हैं. रोहित कहते हैं, “मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मुझे इतनी अच्छी रैंक मिलेगी. मेरा तो बस एक सरकारी कॉलेज पाने का सपना था. उनकी यह विनम्रता, मेहनत और संघर्ष आज देशभर के युवाओं को यह सिखा रही है कि असफलताएं अंत नहीं होतीं, बल्कि एक नए प्रयास की शुरुआत होती हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि आलख पांडे रोहित के घर जाते हैं खाना- पीना खाते हैं और उससे पढ़ाई के बारे में पूछते हैं कि कैसे तुमने कर दिखाया इतना ही वीडियो में वो रोहित के माता पिता से कहते हैं अब रोहित की जिम्मेदारी मेरी है और इसका खर्चा मैं अब दूंगा.