Shadi Muhurat November 2025 : साल की सबसे बड़ी एकादशी में से एक देवउठनी एकादशी (जिसे देवोत्थान या प्रबोधनी एकादशी भी कहा जाता है) नवंबर 2025 में मनाई जाएगी. इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु चार महीने की लंबी योगनिद्रा से जागते हैं और उनके जागने के साथ ही चातुर्मास का समापन होता है. चातुर्मास के दौरान हिंदू धर्म में कई शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश वर्जित होते हैं, लेकिन देवउठनी एकादशी के बाद ये सभी कार्य फिर से शुरू हो जाते हैं.
देवउठनी एकादशी का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भगवान विष्णु अपने चार महीने की योगनिद्रा से जागते हैं. हिंदू धर्म में इसे बहुत पवित्र माना जाता है. इस दिन व्रत रखने और भगवान विष्णु का पूजन करने से सुख-समृद्धि और घर में खुशहाली बनी रहती है. इसके साथ ही यह दिन विवाह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत के लिए भी उत्तम माना जाता है.
देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर माह में कई दिन ऐसे हैं जो विवाह के लिए विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं. ये तारीखें इस प्रकार हैं:
18 नवंबर 2025, मंगलवार 19 नवंबर 2025, बुधवार 21 नवंबर 2025, शुक्रवार 22 नवंबर 2025, शनिवार 23 नवंबर 2025, रविवार 24 नवंबर 2025, सोमवार 25 नवंबर 2025, मंगलवार 29 नवंबर 2025, शनिवार 30 नवंबर 2025, रविवार
इस बार 1 नवंबर को मनाई जाने वाली देवउठनी एकादशी के दिन सूर्य तुला राशि में रहेंगे, जिसकी वजह से तुला संक्रांति दोष बन रहा है. मान्यता है कि इस दौरान विवाह मुहूर्त शुभ नहीं माने जाते. इस दोष का प्रभाव 16 नवंबर तक रहेगा. 16 नवंबर को सूर्य वृश्चिक राशि में प्रवेश करेंगे और उसके बाद ही विवाह मुहूर्त शुभ होंगे.
देवउठनी एकादशी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह विवाह और अन्य शुभ कार्यों की शुरुआत का भी संकेत देती है. नवंबर 2025 में चातुर्मास के समापन के बाद 18 नवंबर से विवाह के कई शुभ मुहूर्त उपलब्ध हैं. जो भी विवाह या अन्य शुभ कार्य करना चाहते हैं, वे इन तारीखों का ध्यान रखकर योजना बना सकते हैं.
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