हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है. कंपनी ने न केवल शहरी बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत की है, बल्कि ग्रामीण इलाकों और एसयूवी सेगमेंट में भी अपनी उपस्थिति बढ़ाई है. इस तिमाही के आंकड़े दिखाते हैं कि हुंडई की बिक्री रणनीति अब छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी सफल हो रही है.
हुंडई की ग्रामीण सेल हिस्सेदारी इस तिमाही में 23.6 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है. इसका मतलब है कि कंपनी ने छोटे शहरों और कस्बों में ग्राहकों का विश्वास जीत लिया है. ग्रामीण बाजार में इस बढ़ोतरी से यह साफ होता है कि हुंडई अब सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं रही बल्कि छोटे शहरों में भी अपनी पकड़ बना रही है.
एसयूवी सेगमेंट में हुंडई का योगदान घरेलू बिक्री का 71.1 प्रतिशत रहा, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे ये स्पष्ट होता है कि ग्राहक एसयूवी को पसंद कर रहे हैं और कंपनी की यह रणनीति कारगर साबित हो रही है. एसयूवी की लोकप्रियता और ग्रामीण बाजार में बढ़ती उपस्थिति ने मिलकर कंपनी की बिक्री में मजबूती लाई है.
कंपनी ने इस तिमाही में 5.5 प्रतिशत की तिमाही-दर-तिमाही बढ़ोतरी दर्ज की। इसके पीछे मुख्य कारण त्योहारी सीजन में मजबूत मांग और जीएसटी 2.0 की वजह से बढ़ी खरीदारी है. साथ ही, हुंडई का एक्सपोर्ट सेक्टर भी शानदार रहा। निर्यात में 21.5 प्रतिशत की साल-दर-साल बढ़ोतरी दर्ज की गई और ये कुल सेल का 27 प्रतिशत हिस्सा बन गया.
हुंडई ने इस तिमाही में ₹1,74,608 मिलियन का राजस्व कमाया, जो पिछले साल की तुलना में 1.2 प्रतिशत ज्यादा है. EBITDA 10.1 प्रतिशत बढ़कर ₹24,289 मिलियन तक पहुंचा, जिससे मार्जिन 13.9 प्रतिशत हुआ. मुनाफे में बढ़ोतरी का कारण प्रोडक्ट मिक्स, बेहतर एक्सपोर्ट शेयर और लागत में निरंतर कमी है.
PAT (नेट प्रॉफिट) में 14.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह ₹15,723 मिलियन तक पहुंच गया. कंपनी ने कहा कि यह मजबूत EBITDA मार्जिन उनकी “क्वालिटी ऑफ ग्रोथ” रणनीति का परिणाम है.
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