होशियारपुर जिले के मंडियालां गाँव में हुई भीषण एलपीजी टैंकर दुर्घटना ने पूरे इलाके को सदमे और मातम में डाल दिया है। मंगलवार देर रात गैस से भरा एक टैंकर अचानक पलट गया। पलटने के कुछ ही मिनट बाद उसमें जोरदार धमाका हुआ और भीषण आग लग गई। आग इतनी तेज़ थी कि उसने आसपास बने घरों और दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
गाँव में अचानक हुई इस घटना से अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। धमाके और आग की लपटों ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियाँ मौके पर पहुँचीं और आग पर काबू पाने की कोशिश की। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी तुरंत पहुँच गए और राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ऐलान किया कि मृतकों के परिवारों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी और सभी घायलों का इलाज सरकार की तरफ से मुफ्त में कराया जाएगा। मान ने अधिकारियों को आदेश दिया है कि दुर्घटना से प्रभावित हर परिवार तक तुरंत मदद पहुँचनी चाहिए और किसी भी पीड़ित को इलाज या राहत में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सड़कों पर खतरनाक रसायन और गैस ले जाने वाले टैंकरों की सुरक्षा को लेकर कितनी सावधानी बरती जाती है। गाँव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएँ और ऐसे टैंकरों की निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।
इस हादसे ने कई परिवारों की खुशियाँ छीन ली हैं और पूरे इलाके को गमगीन कर दिया है। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि सरकार सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित न रहकर, ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम भी उठाएगी।
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