कनाडा में रहने वाले पंजाबी समुदाय में एक बार फिर दहशत फैल गई है। पंजाबी गायक चन्नी नट्टन के घर पर अज्ञात बदमाशों ने गोलीबारी की। यह घटना उद्योगपति दर्शन सिंह साहसी की हत्या के सिर्फ एक दिन बाद हुई। दोनों घटनाओं की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने ली है।
गिरोह ने सोशल मीडिया पर दावा किया कि दर्शन सिंह साहसी को इसलिए मारा गया क्योंकि उन्होंने जबरन वसूली (रंगदारी) की रकम देने से मना कर दिया था। गिरोह के अनुसार, यह वारदात “संदेश देने” के लिए की गई थी ताकि बाकी लोग डरें और पैसे देने से इंकार न करें।
कनाडाई पुलिस ने दोनों घटनाओं के बाद जांच शुरू कर दी है। साथ ही, उन लोगों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है जो भारतीय-कनाडाई समुदाय से हैं और जिन पर इस गिरोह का खतरा हो सकता है। अधिकारियों का कहना है कि ये हमले संगठित अपराध का हिस्सा हैं, जिनका नेटवर्क भारत से लेकर कनाडा तक फैला है।
लॉरेंस बिश्नोई भारत का एक कुख्यात अपराधी है, जो 2014 से जेल में बंद है। हालांकि वह जेल के अंदर से ही अपने गैंग को चलाता है। इस गिरोह के सैकड़ों सदस्य भारत, कनाडा और अन्य देशों में सक्रिय हैं। वे जबरन वसूली, हत्या, ड्रग तस्करी और हथियारों की तस्करी जैसी गतिविधियों में शामिल हैं।
2022 में प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद बिश्नोई गिरोह की पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुई। उसी के बाद कनाडाई अधिकारियों ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित किया। यह गिरोह खासतौर पर उन इलाकों में सक्रिय है जहां पंजाबी प्रवासी बड़ी संख्या में रहते हैं।
गिरोह के एक प्रमुख सदस्य गोल्डी ढिल्लों ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर साहसी की हत्या और नट्टन के घर पर फायरिंग की जिम्मेदारी ली। पोस्ट में उसने कहा कि दर्शन सिंह ड्रग तस्करी में शामिल थे और उन्होंने गिरोह की मांग पूरी नहीं की, इसलिए उन्हें “सजा” दी गई।
इन घटनाओं से कनाडा में रहने वाले पंजाबी समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल है। लोग अब खुले तौर पर गिरोह के खिलाफ बोलने से भी डर रहे हैं। वहीं, पुलिस लगातार निगरानी बढ़ा रही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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