पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नवंबर में आयोजित होने वाले श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के कार्यक्रमों में शामिल होने का निमंत्रण दिया। यह भव्य आयोजन आनंदपुर साहिब में होगा, जहां तीन दिनों तक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि राष्ट्रपति के दौरे की रूपरेखा जल्द ही तय की जाएगी और विस्तृत कार्यक्रम राष्ट्रपति कार्यालय को भेजा जा चुका है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार ने गुरु तेग बहादुर जी, जिन्हें “हिंद दी चादर” कहा जाता है, की शहादत की 350वीं वर्षगांठ को विशेष रूप से मनाने की तैयारी की है। समारोह की शुरुआत 25 अक्टूबर को दिल्ली के गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब में मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल द्वारा अरदास के साथ हुई थी।
1 नवंबर से 18 नवंबर तक, पंजाब के सभी जिलों में प्रकाश और ध्वनि शो आयोजित किए जाएंगे, जिनमें गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान को दर्शाया जाएगा। इसके साथ ही, जहां-जहां गुरु जी ने कदम रखे, वहां कीर्तन दरबार आयोजित होंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 18 नवंबर को श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) में एक कीर्तन दरबार आयोजित किया जाएगा, जिसके बाद 19 नवंबर को श्रीनगर से नगर कीर्तन निकाला जाएगा। इसमें सैकड़ों कश्मीरी पंडित भाग लेंगे। इसके अलावा, 20 नवंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो), फरीदकोट और गुरदासपुर से तीन नगर कीर्तन निकलेंगे, जो 22 नवंबर को आनंदपुर साहिब पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि 23 से 25 नवंबर तक आनंदपुर साहिब में मुख्य कार्यक्रम होंगे। वहां “चक्क नानकी” नाम की एक टेंट सिटी बनाई जाएगी, ताकि आने वाले हज़ारों श्रद्धालुओं को ठहरने में सुविधा मिल सके। इसके साथ ही एक सर्वधर्म सम्मेलन भी आयोजित किया जाएगा, जहां सभी धर्मों के प्रतिनिधि गुरु जी के आदर्शों पर चर्चा करेंगे।
24 नवंबर को आनंदपुर साहिब में एक विशेष सभा सत्र होगा, जिसमें देश-विदेश से आने वाले प्रमुख नेता, धार्मिक और सामाजिक हस्तियां गुरु तेग बहादुर जी के जीवन, दर्शन और बलिदान पर अपने विचार साझा करेंगे।
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