पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज बुधवार को गुरुपर्व के अवसर पर शाहपुरकंडी डैम परियोजना का उद्घाटन करेंगे। यह डैम लगभग 26 साल पहले शुरू हुई परियोजना है, जो अब जाकर पूरी हो रही है। इस डैम के शुरू होने से पंजाब के किसानों को सिंचाई के लिए बड़ी राहत मिलने वाली है।
डैम शुरू होने के बाद अमृतसर, तरन तारन, गुरदासपुर और पठानकोट जिलों की करीब 1.18 लाख हेक्टेयर खेती योग्य जमीन को irrigation (सिंचाई) का पानी मिलेगा। इससे इन इलाकों में खेती उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
यह उद्घाटन ऐसे समय हो रहा है जब तरन तारन विधानसभा सीट पर उपचुनाव अगले हफ्ते होना है, इसलिए इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप से भी अहम माना जा रहा है।
शाहपुरकंडी डैम का निर्माण 1999 में शुरू हुआ था। 2012 में काम के लिए टेंडर जारी किए गए। मार्च 2013 में निर्माण कार्य को गति मिली। लेकिन अगस्त 2013 में जम्मू-कश्मीर सरकार ने अंतर-राज्य विवाद का मुद्दा उठाते हुए काम रुकवा दिया। लगभग 5 साल तक काम बंद रहा। बाद में 1 नवंबर 2018 को निर्माण कार्य दोबारा शुरू हुआ। इस लंबे इंतजार के बाद अब यह परियोजना पूरी होकर शुरू होने जा रही है।
डैम के नीचे पावर हाउस (विद्युत परियोजना) भी बनाया जा रहा है, जिससे राज्य को बिजली मिलेगी। यह पावर प्रोजेक्ट मार्च 2026 तक पूरी तरह चालू होने की संभावना है।
ऊँचाई 50.5 मीटर, पानी भंडारण क्षमता 4.23 TMCFT (हजार मिलियन घन फीट), कुल लागत ₹3,394 करोड़
परियोजना के लिए कुल 3,172 एकड़ जमीन ली गई है, जिसमें 1,644 एकड़ पंजाब के किसानों से और 1,528 एकड़ जम्मू-कश्मीर के किसानों से अधिग्रहित की गई है।
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