पंजाब में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश और बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। राज्य के 23 जिलों में बाढ़ ने कहर मचाया और लगभग 19,998 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। इस प्राकृतिक आपदा में 46 लोगों की मौत हुई और कई लोगों की संपत्ति और घर भी नुकसान में आए। इसी कारण पंजाब सरकार ने 27 अगस्त से राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने का फैसला लिया था।
हालांकि अब हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और राज्य सरकार ने शिक्षा संस्थानों को दोबारा खोलने का निर्णय लिया है। पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए जानकारी दी कि 8 सितंबर से राज्य के सभी सरकारी, प्राइवेट और सहायता प्राप्त स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सामान्य रूप से खुलेंगे।
स्कूल और कॉलेज खुलने से पहले कई जरूरी तैयारियों के निर्देश जारी किए गए हैं। सभी स्कूलों और कॉलेजों के स्टाफ को अपने-अपने संस्थानों में बिल्डिंग और सुरक्षा की जांच करनी होगी। इसके साथ ही परिसर की सफाई और व्यवस्थित रखरखाव के लिए अभियान चलाना अनिवार्य होगा। राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि छात्र और शिक्षक बिना किसी परेशानी के फिजिकल क्लासेज में शामिल हो सकें।
यदि किसी स्कूल या कॉलेज का परिसर बाढ़ से प्रभावित हो, तो उसे खोलने या बंद करने का निर्णय संबंधित जिले के उपायुक्त द्वारा लिया जाएगा। सरकारी स्कूलों में 8 सितंबर को छात्रों के लिए क्लासेज नहीं होंगी, लेकिन शिक्षक स्कूल में मौजूद रहकर परिसर की सुरक्षा और सफाई की जांच करेंगे। इसके लिए एसएमसी, पंचायत, नगर परिषद और निगमों का सहयोग भी लिया जाएगा। किसी भी समस्या की जानकारी तुरंत जिले के उपायुक्त और इंजीनियरिंग विभाग को दी जाएगी।
छात्रों के लिए सरकारी स्कूल 9 सितंबर से सामान्य रूप से खुलेंगे। इस कदम का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि स्कूल परिसर सुरक्षित हों और बच्चों को शिक्षा की सुविधा सुचारू रूप से मिल सके।
इस तरह, पंजाब बाढ़ और बारिश के कहर से उबरते हुए शिक्षा गतिविधियों को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा है। यह खबर राज्यवासियों के लिए राहत लेकर आई है, खासकर बच्चों और युवाओं के लिए, जो लंबे समय से स्कूल और कॉलेज बंद रहने के कारण पढ़ाई में बाधाओं का सामना कर रहे थे।
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