दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूर्वी दिल्ली में हेरोइन तस्करी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में सरगना सीमा और उसकी सहयोगी समिता को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उनके पास से 1,049 ग्राम हेरोइन बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत पांच करोड़ रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने एक स्कूटी और दो मोबाइल फोन भी जब्त किए, जो ड्रग तस्करी के काम में इस्तेमाल हो रहे थे।
गिरफ्तार हुई सीमा नंद नगरी की रहने वाली है और वह इलाके की कुख्यात अपराधी मानी जाती है। उसके खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत 10 और आबकारी एक्ट के तहत 30 मामले दर्ज हैं। सीमा करीब 25 साल से ड्रग तस्करी के धंधे में सक्रिय है और उसने अपने परिवार के कई लोगों को भी इसमें शामिल कर लिया है। पुलिस की जांच में पता चला कि उसके दो बेटे और उसकी साली समिता भी इस नेटवर्क का हिस्सा थे।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, सीमा ही इस पूरे नेटवर्क को चलाती थी। वह दिल्ली-एनसीआर से हेरोइन खरीदकर खासकर नंद नगरी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के इलाकों में सप्लाई करती थी। समिता उसकी करीबी सहयोगी थी और वह ड्रग्स की सप्लाई और लॉजिस्टिक्स को संभालती थी, जिससे माल आसानी से स्थानीय तस्करों और उपयोगकर्ताओं तक पहुंच सके।
क्राइम ब्रांच की टीम ने खुफिया जानकारी और लगातार निगरानी के बाद इस गिरोह को पकड़ने की योजना बनाई। 22 अगस्त को टीम ने जीटीबी अस्पताल के पास छापेमारी की, जहां सीमा और समिता स्कूटी पर सवार होकर ड्रग की डील करने आई थीं। मौके पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया और उनके पास से भारी मात्रा में हेरोइन बरामद हुई।
जांच में खुलासा हुआ कि सीमा लंबे समय से दिल्ली और आसपास के इलाकों में हेरोइन की सप्लाई कर रही थी और उसके नेटवर्क में कई लोग जुड़े हुए थे। वह अपराध की दुनिया में बेहद कुख्यात नाम बन चुकी थी। समिता का भी अपराधी रिकॉर्ड है और उसके खिलाफ आबकारी एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं।
इस कार्रवाई से क्राइम ब्रांच ने न सिर्फ एक बड़े ड्रग नेटवर्क को तोड़ा, बल्कि ऐसे गिरोह की गहराई तक पहुंचने का रास्ता भी खोला है। पुलिस अब इस मामले से जुड़े अन्य लोगों और सप्लाई चेन के बारे में पता लगाने में जुटी हुई है।
Copyright © 2025 The Samachaar
