Foreign Products : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देश को संबोधित करते हुए स्वदेशी उत्पादों को अपनाने पर जोर दिया. यह संबोधन नई जीएसटी दरों के लागू होने से एक दिन पहले हुआ. नए जीएसटी नियम व्यापारियों, मध्यम वर्ग और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग सभी के लिए फायदेमंद होने की उम्मीद जताते हैं. वित्तीय सुधारों के साथ-साथ प्रधानमंत्री ने भारत की आत्मनिर्भरता और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी विशेष ध्यान दिया.
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे जानबूझकर भारत में बने उत्पादों का उपयोग करें. उनका कहना था कि यदि लोग दैनिक जरूरत की चीजों से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान तक, भारत में बने उत्पादों का इस्तेमाल करेंगे, तो देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और स्थानीय उद्यमियों को फायदा पहुंचेगा. उन्होंने यह भी कहा कि हर दुकान को स्वदेशी उत्पादों से सजाना चाहिए, ताकि लोगों को खरीदारी में विकल्प और प्रेरणा दोनों मिलें.
हालांकि आत्मनिर्भरता पर जोर दिया जा रहा है, फिर भी कई विदेशी उत्पाद भारत में रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं. इनमें सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाले उत्पाद हैं:
साबुन और शैंपू
एनर्जी ड्रिंक
दीपावली की लाइटें
कंघी और पर्सनल केयर सामान
वाशिंग मशीन और ग्राइंडर
टूथब्रश और टूथपेस्ट शेविंग क्रीम
चॉकलेट और मिल्क पाउडर
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट
ये सभी उत्पाद विदेश से आयातित या विदेशी ब्रांड के होते हैं, जो भारतीय बाजार में भारी मात्रा में उपलब्ध हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वदेशी अपनाओ की अपील के साथ जीएसटी सुधारों की भी घोषणा की. अब नए टैक्स सिस्टम में केवल दो स्लैब होंगे: 5% और 18%. इससे ज्यादातर रोजमर्रा की चीजों की कीमत में कमी आएगी. जिन चीजों पर असर पड़ेगा, उनमें शामिल हैं:
खाने-पीने की वस्तुएं दवाएं और हेल्थकेयर सेवाएं साबुन और पर्सनल केयर जीवन बीमा और अन्य आवश्यक सेवाएं
इस बदलाव से आम नागरिक को सस्ती और आसान खरीदारी का मौका मिलेगा और साथ ही स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की आदत भी बढ़ेगी.
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