आम आदमी पार्टी के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन, जो 2020 के दिल्ली दंगों के मुख्य आरोपियों में से एक हैं, अब एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल-मुस्लिमीन) में शामिल हो गए हैं। पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उन्हें मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। ताहिर हुसैन पर आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या समेत कई गंभीर आरोप हैं।
मुस्तफाबाद क्षेत्र में मुस्लिम मतदाता चुनाव परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे आम आदमी पार्टी के लिए यह राजनीतिक समीकरण चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ताहिर हुसैन की उम्मीदवारी ने राजनीतिक गलियारों में बहस छेड़ दी है, जिससे आगामी चुनावों में कड़ी टक्कर की संभावना बढ़ गई है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। पार्टी ने मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र से ताहिर हुसैन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ताहिर हुसैन 2020 के दिल्ली दंगों के आरोपी हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं।
10 दिसंबर को ताहिर हुसैन की पत्नी शमा और बेटे शादाब ने असदुद्दीन ओवैसी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान AIMIM के प्रमुख नेता इम्तियाज जलील भी उपस्थित थे। मुलाकात के बाद ओवैसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक तस्वीर साझा की और लिखा, 'ताहिर हुसैन AIMIM में शामिल हो गए हैं और आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में मुस्तफाबाद से हमारे उम्मीदवार होंगे। उनके परिवार और समर्थकों ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।'
ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व पार्षद रह चुके हैं। फरवरी 2020 में दिल्ली दंगों में उनके शामिल होने के आरोपों के बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उन पर इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या सहित कई गंभीर आरोप लगे थे।
हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट ने ताहिर हुसैन के खिलाफ एक प्राथमिकी रद्द की थी, जो फरवरी 2020 में दर्ज की गई थी। यह एफआईआर दंगे के दौरान उनकी इमारत की पहली मंजिल से उपद्रव करने के आरोप में की गई थी।
AIMIM दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में लगभग 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। मुस्लिम बहुल सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबले की संभावना बन रही है। वहीं, आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस भी चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं। फरवरी 2025 में होने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार सत्ता में बने रहने की कोशिश कर रही है। 2020 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की थी।
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