अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने जैसे ही उड़ान भरी, कुछ ही सेकंड बाद सबकुछ तबाह हो गया. बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान एक रिहायशी इमारत से टकराकर जलकर राख हो गया. इस दर्दनाक हादसे में 265 लोगों की मौत हो गई, जिसमें कैप्टन सुमीत सभरवाल और को-पायलट क्लाइव कुंदर भी शामिल थे. टेकऑफ से पहले कैप्टन ने अपने बुजुर्ग पिता से बात की थी, वादा किया था कि लंदन से फोन करेंगे. लेकिन अब वह वादा अधूरा रह गया. यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि कई परिवारों की ज़िंदगी को हमेशा के लिए बदल देने वाला तूफान था.
पावई निवासी 90 साल के बुजुर्ग अपने बेटे सुमीत के साथ रहते थे. सुमीत ने उन्हें कुछ दिन पहले ही भरोसा दिलाया था. 'अब ज़्यादा उड़ानें नहीं करूंगा पापा, घर पर ही रहूंगा आपके साथ…" शिवसेना विधायक दिलीप लांडे जब उनके घर पहुंचे, तो सिर्फ सन्नाटा था, और आंखों में आंसू.
कैप्टन सभरवाल ने बोइंग 787, एयरबस A310, और 777 जैसे विमानों को उड़ाया था. DGCA के रिकॉर्ड के मुताबिक उनके पास 8,200 घंटे का अनुभव था, लेकिन उनके साथ उड़ान भर चुके साथी पायलट्स मानते हैं कि उनका अनुभव कहीं ज़्यादा था. एक सीनियर साथी ने बताया- "वो शांत स्वभाव के, मेहनती और जिम्मेदार पायलट थे, जो हमेशा सिर झुकाकर काम करते थे.
को-पायलट क्लाइव कुंदर की उम्र बस उड़ानें सीखने की थी. 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था, और एक दिन खुद कप्तान बनने का सपना भी. लेकिन उस सपने से पहले ही जिंदगी खत्म हो गई. एक्टर विक्रांत मैसी ने इंस्टाग्राम पर लिखा , "मेरा दिल टूट गया है... क्लिफोर्ड कुंदर अंकल ने अपना बेटा खो दिया...'क्लाइव की जड़ें मैंगलोर में थीं. सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़ आ गई.
AI171 फ्लाइट दोपहर 1:39 बजे अहमदाबाद से टेकऑफ हुई. 625 फीट की ऊंचाई से वह 475 फीट प्रति मिनट की रफ्तार से नीचे गिरने लगी. एक मिनट से भी कम समय में, विमान एक रिहायशी इमारत से टकराया और ज़मीन पर भयानक विस्फोट हुआ। आसमान में धुएं की मोटी परत थी, चीखों की गूंज और जलते मलबे का डरावना मंजर. DGCA के मुताबिक, टेकऑफ के तुरंत बाद विमान ने 'मेडे कॉल' दिया। ATC ने कई बार संपर्क की कोशिश की, लेकिन उस कॉकपिट से फिर कोई आवाज़ नहीं आई.
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