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कम प्रीमियम के चक्कर में आप भी तो नहीं कर रहे सबसे बड़ा हेल्थ इंश्योरेंस ब्लंडर?’

हर कोई सोचता है कि उसने हेल्थ इंश्योरेंस लेकर एक बड़ी जिम्मेदारी निभा ली... लेकिन क्या आपने सच में सही पॉलिसी ली है? कहीं ऐसा तो नहीं कि कम प्रीमियम के चक्कर में वो कवरेज ही मिस कर दिया जो सबसे ज्यादा जरूरी था? अगर अभी भी पॉलिसी लेने की सोच रहे हैं, तो एक छोटी-सी गलती आपका बड़ा नुकसान कर सकती है. जानिए वो बातें जो आपको पॉलिसी चुनने से पहले जरूर जांचनी चाहिए – वरना पछताना पड़ सकता है!

👤 Samachaar Desk 27 Aug 2025 07:21 PM

स्वास्थ्य से जुड़ी आपात स्थितियां न केवल मानसिक तनाव देती हैं, बल्कि जेब पर भी भारी पड़ सकती हैं. इलाज का बढ़ता खर्च हर वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित करता है, खासकर उन लोगों को जिनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होती. सरकार भले ही कई स्वास्थ्य योजनाएं चलाती हो, लेकिन इनका लाभ हर किसी तक पहुंच नहीं पाता. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस एक जरूरी सुरक्षा कवच बनकर सामने आता है.

लेकिन हेल्थ पॉलिसी खरीदते समय अधिकतर लोग उलझन में पड़ जाते हैं. प्लान्स की भरमार और अलग-अलग कंपनियों की शर्तें समझना आसान नहीं होता. कई बार लोग जल्दबाजी में पॉलिसी ले लेते हैं और बाद में समझ आता है कि उन्हें वो कवरेज मिला ही नहीं, जिसकी उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी. इसलिए सही पॉलिसी का चुनाव करने से पहले कुछ बुनियादी बातों पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.

कवरेज और प्रीमियम का संतुलन जरूरी

हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय सबसे पहली चीज जो आपको समझनी चाहिए, वो है – कवरेज और प्रीमियम के बीच संतुलन. अक्सर लोग सिर्फ कम प्रीमियम देखकर पॉलिसी ले लेते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि जो खर्च उन्हें लगने थे, वो इस कवरेज में शामिल ही नहीं थे.

उदाहरण के तौर पर – अगर आपको 3 लाख का कवरेज चाहिए और पॉलिसी सिर्फ 1 लाख तक कवर करती है, तो बाकी के 2 लाख का खर्च आपकी जेब से जाएगा. इसलिए पॉलिसी का कवरेज आपकी जरूरतों के हिसाब से होना चाहिए.

साथ ही पॉलिसी में कवर की जाने वाली बीमारियां और एक्सक्लूजन यानी जो बीमारियां शामिल नहीं हैं – उन्हें ध्यान से पढ़ें. इसके अलावा वेटिंग पीरियड भी एक अहम फैक्टर होता है. कुछ बीमारियां पॉलिसी खरीदने के 1 या 2 साल बाद ही कवर होती हैं. इस बात को नजरअंदाज करने से बाद में दिक्कत हो सकती है.

पॉलिसी चुनने से पहले करें अच्छी तरह तुलना

सही पॉलिसी चुनने के लिए जरूरी है कि आप कम से कम 3 से 4 कंपनियों की पॉलिसी को आपस में कंपेयर करें. आजकल कई ऑनलाइन टूल्स उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप पॉलिसियों का कवरेज, प्रीमियम, हॉस्पिटल नेटवर्क और अन्य फायदे आसानी से तुलना कर सकते हैं.

हॉस्पिटल नेटवर्क: देखें कि आपके शहर के कौन-कौन से बड़े अस्पताल उस पॉलिसी में शामिल हैं.

क्लेम सेटेलमेंट रेशियो: यह जानना भी जरूरी है कि कंपनी का क्लेम प्रोसेस कितना तेज और भरोसेमंद है.

कैशलेस फैसिलिटी: सुनिश्चित करें कि आपको जरूरत के समय कैशलेस इलाज की सुविधा मिले.

समझदारी से लिया गया निर्णय देगा सुरक्षा

हेल्थ इंश्योरेंस सिर्फ एक दस्तावेज नहीं, बल्कि आपके और आपके परिवार की सेहत का कवच है. इसलिए इसमें जल्दबाजी न करें. सही जानकारी, अच्छी तुलना और जरूरतों के हिसाब से फैसला लेकर आप न सिर्फ बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं, बल्कि भविष्य की अनचाही परेशानियों से भी बच सकते हैं.