भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को हुए सीजफायर के बाद, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में स्कूलों को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. जम्मू-कश्मीर के शिक्षा निदेशक ने घोषणा की है कि घाटी के ज्यादातर स्कूल कल, 13 मई 2025 से दोबारा खुलेंगे. हालांकि, सीमावर्ती जिलों- कुपवाड़ा, बारामुला और बांदीपोरा के गुरेज़ उप-मंडल में स्थित स्कूल अभी बंद रहेंगे. ये फैसला सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा स्थिति का आंकलन करने के बाद लिया गया है.
पंजाब में भी कुछ सीमावर्ती जिलों में स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं, जबकि राज्य के अन्य हिस्सों में शैक्षणिक संस्थान 12 मई को ही दोबारा खुल गए हैं. पंजाब सरकार का ये फैसला स्थिति की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
जम्मू-कश्मीर के शिक्षा निदेशक ने पुष्टि की है कि 13 मई से सभी स्कूल खुलेंगे, सिवाय कुपवाड़ा, बारामुला और बांदीपोरा के गुरेज़ क्षेत्र के. गौरतलब है कि ये कदम भारत-पाकिस्तान के बीच हुई गोलीबारी के बाद स्कूलों को बंद करने के एहतियाती आदेश के तहत उठाया गया था. अब जब दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम हो गया है, तो शिक्षा व्यवस्था को सामान्य करने की दिशा में ये एक सकारात्मक प्रयास है.
12 मई को पंजाब के पठानकोट, अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर और तरनतारण जिलों में स्कूल बंद रखने के निर्देश जारी किए गए. इन जिलों की पाकिस्तान से सटी 553 किलोमीटर लंबी सीमा के चलते सुरक्षा कारणों से ये फैसला लिया गया. इसके अतिरिक्त, संगरूर जिले में भी 12 मई को स्कूल बंद रहे. वहीं, पंजाब के बाकी हिस्सों में शिक्षण संस्थान आज से दोबारा खुल गए.
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने स्पष्ट किया कि अगर किसी विश्वविद्यालय ने पहले ही अपनी परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है, तो संशोधित तिथियां ही प्रभावी रहेंगी. इस बयान के साथ उन्होंने ये सुनिश्चित किया कि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की असमंजस की स्थिति का सामना ना करना पड़े.
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ था. इस हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी, जिससे दोनों देशों के बीच दशकों में सबसे गंभीर टकराव देखने को मिला. इसके बाद, 10 मई को दोनों देशों ने सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने के लिए आपसी सहमति जताई.