अमेरिका के लॉस एंजिल्स में रविवार की रात हुए एक उग्र प्रदर्शन ने हिंसक मोड़ ले लिया. प्रदर्शनकारियों ने शहर के डाउनटाउन एरिया में मौजूद एप्पल स्टोर, जॉर्डन फ्लैगशिप और कई हाई-एंड शोरूम को निशाना बनाते हुए जमकर लूटपाट की. सोशल मीडिया पर इस लूट की कई वीडियो क्लिप्स वायरल हो रही हैं, जिनमें मास्क पहने और काली हुडी में छिपे लोग स्टोर्स में तोड़फोड़ करते नजर आ रहे हैं.
रात करीब 9 बजे, एप्पल स्टोर पर प्रदर्शनकारियों का हमला हुआ. वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक व्यक्ति स्टोर से डिब्बा उठाकर शीशे पर मारता है, जिससे वहां दरारें पड़ जाती हैं. इस बीच पुलिस मौके पर पहुंचती है और सायरन व फायरिंग की आवाजें भी सुनाई देती हैं. बताया जा रहा है कि कुछ लुटेरे स्टोर के अंदर ही फंस गए.
यह प्रदर्शन पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में शुरू हुआ था. हजारों लोग सड़कों पर उतरे और ट्रंप द्वारा की गई नेशनल गार्ड्स की तैनाती के खिलाफ विरोध जताया. प्रदर्शनकारियों ने मास्क पहनकर कैमरों से अपनी पहचान छिपाई और पुलिस की आंसू गैस व रबर बुलेट्स का सामना करते रहे.
मास्क पर पाबंदी और गिरफ़्तारी का आदेश
गुस्साए ट्रंप ने नया आदेश जारी किया कि जो भी प्रदर्शनकारी मास्क में नजर आएगा, उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए. इसके बाद हालात और ज्यादा बिगड़ गए, क्योंकि लोगों ने इसे नागरिक स्वतंत्रता पर हमला माना.
ट्रंप के इस कदम से कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजम नाखुश नजर आए. उन्होंने राष्ट्रपति के आदेश की आलोचना की और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की बात कही है.
लॉस एंजिल्स में आव्रजन नीति के खिलाफ प्रदर्शन ने लूट और हिंसा का रूप ले लिया है. एप्पल स्टोर जैसे प्रतिष्ठानों पर हमला केवल कानून व्यवस्था ही नहीं, बल्कि अमेरिकी लोकतंत्र की चुनौती को भी उजागर करता है.