eSIM : आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन लगातार विकसित हो रहे हैं, और अब पारंपरिक सिम कार्ड की जगह एक नई तकनीक- eSIM - तेजी से लोकप्रिय हो रही है. हाल ही में लॉन्च हुए कई स्मार्टफोन, खासकर iPhone और Google Pixel जैसे प्रीमियम डिवाइस, अब सिर्फ eSIM सपोर्ट के साथ आ रहे हैं. लेकिन आखिर यह eSIM होती क्या है, यह कैसे काम करती है और इसमें क्या खासियत है? आइए जानते हैं विस्तार से.
eSIM का पूरा नाम है Embedded SIM, यानी एक ऐसी सिम जो फोन के अंदर ही पहले से मौजूद होती है और जिसे बाहर निकाला नहीं जा सकता. यह एक डिजिटल सिम होती है, जो मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर द्वारा एक्टिव की जाती है. यूजर को इसके लिए किसी फिजिकल सिम कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती. बस QR कोड स्कैन करने या फोन की नेटवर्क सेटिंग्स में जाकर इसे एक्टिव किया जा सकता है. eSIM का सबसे बड़ा फायदा यह है कि एक ही डिवाइस में कई नेटवर्क प्रोफाइल जोड़े जा सकते हैं, जिससे बार-बार सिम बदलने की परेशानी खत्म हो जाती है.
फिजिकल सिम कार्ड को फोन में लगाना और निकालना पड़ता है, जबकि eSIM पूरी तरह सॉफ्टवेयर बेस्ड होती है.
फिजिकल सिम में नेटवर्क बदलने के लिए आपको कार्ड को मैन्युअली बदलना पड़ता है. eSIM में कुछ ही सेकंड में सेटिंग्स के जरिए ऑपरेटर बदला जा सकता है. इसके अलावा, eSIM के कारण फोन में सिम ट्रे की जरूरत नहीं होती, जिससे डिवाइस ज्यादा कॉम्पैक्ट, वॉटरप्रूफ और मजबूत बनता है.
1. सुविधाजनक और लचीला उपयोग: यूजर बिना सिम कार्ड निकाले ही किसी भी नेटवर्क ऑपरेटर में स्विच कर सकता है.
2. बेहतर सुरक्षा: अगर फोन खो जाए या चोरी हो जाए, तो eSIM को तुरंत ब्लॉक किया जा सकता है.
3. स्पेस की बचत: eSIM के कारण कंपनियां पतले और हल्के स्मार्टफोन डिजाइन कर सकती हैं, क्योंकि इसमें सिम स्लॉट की आवश्यकता नहीं होती.
4. मल्टीपल नेटवर्क प्रोफाइल: एक ही eSIM में कई नेटवर्क प्रोफाइल सेव की जा सकती हैं, जिससे यात्रा करने वालों या दो नेटवर्क इस्तेमाल करने वालों को सुविधा मिलती है.
हालांकि eSIM के कई फायदे हैं, लेकिन कुछ सीमाएँ भी मौजूद हैं:
1. सीमित सपोर्ट: अभी सभी स्मार्टफोन और टेलीकॉम ऑपरेटर eSIM सपोर्ट नहीं करते.
2. ट्रांसफर की दिक्कत: अगर फोन खराब हो जाए या सर्विस सेंटर में भेजना पड़े, तो eSIM ट्रांसफर करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है.
3. टेक्नोलॉजी की समझ: पुराने यूजर्स या टेक्नोलॉजी से कम परिचित लोगों के लिए eSIM को एक्टिव करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
भारत में फिलहाल Jio, Airtel और Vi (Vodafone Idea) जैसे प्रमुख ऑपरेटर eSIM सेवा प्रदान कर रहे हैं. यह सुविधा मुख्य रूप से iPhone, Samsung Galaxy, Google Pixel और Motorola Edge जैसे हाई-एंड फोन में उपलब्ध है. हालांकि, उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में मिड-रेंज और बजट स्मार्टफोन्स में भी eSIM सपोर्ट देखने को मिलेगा. कंपनियां अब धीरे-धीरे फिजिकल सिम स्लॉट को खत्म करने की दिशा में बढ़ रही हैं, जिससे भविष्य पूरी तरह डिजिटल सिम तकनीक का हो सकता है.
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