गौरसन्स बिल्डर प्रोजेक्ट्स के निवासियों ने एकजुट होकर बिल्डर की लापरवाही के खिलाफ अपनी आवाज उठाई है. निवासियों का कहना है कि बिल्डर जानबूझकर रजिस्ट्री को टाल रहा है, जिससे खरीदार अपने घर का कानूनी अधिकार खो रहे हैं. इसके बावजूद, बिल्डर जबरन मेंटेनेंस वसूली कर रहा है और बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं को उनके सामने सीधे और साफ तरीके से उपलब्ध नहीं कर रहा.
1. “रजिस्ट्री करो, वरना मेंटेनेंस नहीं देंगे”
2. सभी खरीदारों की रजिस्ट्री जल्द से जल्द पूरी की जाए.
3. रजिस्ट्री के बिना जबरन मेंटेनेंस वसूली पर रोक लगे.
4. बिल्डर को उसकी जिम्मेदारियों और कर्तव्यों के प्रति जवाबदेह ठहराया जाए.
निवासियों का कहना है कि अब यह तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी एक साथ एक आवाज में कह रहे हैं, “हमें अपना हक चाहिए, नो रजिस्ट्री, नो मेंटेनेंस!”
खरीदारों के अनुसार, बिल्डर ने रजिस्ट्री को टालने के लिए कई बहाने बनाए हैं. इसके अलावा, घरों की बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं में देरी और पारदर्शिता की कमी ने खरीदारों को लगातार परेशान किया है. कई निवासियों का कहना है कि उन्हें धमकाया भी गया और उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया.
निवासियों ने सरकार और प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने की मांग की है ताकि बिल्डर को उसके वादों का पालन करना पड़े और खरीदारों के हक की सुरक्षा हो. उनका कहना है कि यह सिर्फ गौरसन्स बिल्डर के खरीदारों की लड़ाई नहीं है, बल्कि उन सभी घर खरीदारों की आवाज़ है जो इस तरह के शोषण का शिकार हो रहे हैं.
गौरसन्स बिल्डर के निवासियों का प्रदर्शन इस बात का प्रतीक है कि खरीदार अपने हक के लिए एकजुट होकर बिल्डर की मनमानी और अन्याय के खिलाफ खड़े हो सकते हैं. "नो रजिस्ट्री, नो मेंटेनेंस" उनका स्पष्ट संदेश है कि अब शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
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