पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक साहसिक कार्य को सलाम करते हुए बठिंडा पुलिस की पीसीआर टीम को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर आमंत्रित किया और उनसे मुलाकात की. यह वही टीम है, जिसने बहिमन ब्रिज के पास नहर में डूब रही एक कार से 11 लोगों की जान बचाई, जिनमें 5 मासूम बच्चे भी शामिल थे. इस नेक कार्य के लिए मुख्यमंत्री ने टीम की सराहना करते हुए उन्हें सम्मानित करने का ऐलान किया.
मुख्यमंत्री ने इस मुलाकात को इंसानियत और कर्तव्यपरायणता की मिसाल बताया. उन्होंने कहा कि ऐसे कर्मठ जवान समाज के लिए प्रेरणा हैं और युवाओं को सेवा, समर्पण व साहस की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं.
बहादुर जवानों से मुलाकात, मुख्यमंत्री ने बढ़ाया हौसला मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बठिंडा पुलिस की उस पीसीआर टीम से मुलाकात की, जिन्होंने जोखिम उठाकर नहर में डूबी एक कार से 11 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. मुख्यमंत्री ने इन बहादुरों की प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारी पुलिस केवल कानून की रक्षा करने वाली संस्था नहीं है, बल्कि समाज के रक्षक भी हैं। ऐसे कार्य हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनते हैं.
सीएम मान ने इस मुलाकात की तस्वीरें और जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी साझा की. उन्होंने लिखा कि चंडीगढ़ में अपने सरकारी निवास पर बठिंडा पुलिस की पीसीआर टीम के बहादुर जवानों से मुलाकात की, जिन्होंने नहर में डूब रही एक कार से 11 लोगों को सुरक्षित निकाला. इन जांबाज़ों को सलाम. भविष्य में भी इसी जज्बे से मानवता की सेवा करते रहें.
बठिंडा की इस पीसीआर टीम ने बहिमन ब्रिज के पास एक डूबती हुई कार को देखकर बिना वक्त गंवाए उसमें फंसे लोगों को बचाने का निर्णय लिया. मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सरकार की ओर से इस साहसिक कार्य के लिए इन पुलिसकर्मियों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा.
इस बहादुरी को देखते हुए पंजाब पुलिस के डीजीपी गौरव यादव ने भी पहले ही टीम को "डायरेक्टर जनरल कमेंडेशन डिस्क" और ₹25,000 की नकद राशि देकर सम्मानित किया था. उन्होंने कहा, इस टीम ने जो साहस दिखाया है, वह पंजाब पुलिस की निष्ठा और प्रतिबद्धता का प्रतीक है.
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि यह बहादुरी केवल एक घटना नहीं, बल्कि सेवा और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल है. उन्होंने कहा कि पंजाब के नौजवानों को इन पुलिसकर्मियों से प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज की भलाई में योगदान देने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए.