पंजाब में वर्षों से ठप पड़ी एक ऐतिहासिक खेल परंपरा को फिर से नई जान मिलने जा रही है. मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान मंगलवार को लुधियाना की गिल विधानसभा क्षेत्र के मेहमा सिंह वाला गांव स्थित फुटबॉल स्टेडियम में पारंपरिक बैलगाड़ी दौड़ का भव्य शुभारंभ करेंगे. यह आयोजन सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि पंजाब की सांस्कृतिक विरासत की वापसी का प्रतीक होगा, जिसने कभी गांवों की मेलों और तीज-त्योहारों को खास बनाया था.
बैलगाड़ी रेस की वापसी को लेकर ग्रामीण इलाकों में उत्साह का माहौल है। यह पुनरारंभ ‘पंजाब प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (पंजाब अमेंडमेंट) एक्ट’ और ‘पंजाब प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (कंडक्ट ऑफ बैलगाड़ी रेस) रूल्स, 2025’ के लागू होने के बाद संभव हो पाया है। नए कानूनों ने इस परंपरा को कानूनी मान्यता देते हुए पशु कल्याण मानकों के भीतर इसे संचालित करने की अनुमति दी है.
सोमवार को गिल के विधायक जीवन सिंह संगोवाल और नशा मुक्ति मोर्चा के प्रमुख प्रवक्ता बलतेज पन्नू ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया. उन्होंने बताया कि यह आयोजन न केवल पंजाब की सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करेगा, बल्कि युवाओं को अपनी परंपराओं से जोड़ने का माध्यम भी बनेगा.
बलतेज पन्नू ने कहा, “यह पंजाब के लिए ऐतिहासिक क्षण है। मुख्यमंत्री ने एक प्रिय परंपरा को पुनर्जीवित करके यह दिखा दिया है कि वे राज्य की संस्कृति और आम लोगों से गहरा जुड़ाव रखते हैं. उन्होंने बताया कि सीएम भगवंत मान इस कार्यक्रम के दौरान बैलगाड़ी दौड़ के प्रतिभागियों और शौकीनों से भी संवाद करेंगे.
जिला प्रशासन, वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में, आयोजन को सफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. हजारों की संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. आयोजन में न सिर्फ रेस होगी, बल्कि पारंपरिक नृत्य, गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी दर्शकों को आकर्षित करेंगे.
सरकार का उद्देश्य सिर्फ बैलगाड़ी रेस को दोबारा शुरू करना नहीं, बल्कि परंपरा और कानून के बीच संतुलन बनाना है. सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि हर रेस पशु कल्याण के नियमों का पालन करते हुए हो. इससे जहां परंपराओं को सम्मान मिलेगा, वहीं पशुओं की सुरक्षा भी बनी रहेगी.
बैलगाड़ी रेस की वापसी के साथ राज्य सरकार ग्रामीण युवाओं को उनकी विरासत और सांस्कृतिक पहचान से जोड़ना चाहती है. यह सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का जरिया है.