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कान में ईयरफोन लगाकर कर रहे हैं ये काम तो हो जाएं सतर्क, हो सकता है खतरनाक

ईयरफोन का लगातार और तेज आवाज में इस्तेमाल सुनने की क्षमता को कमजोर कर सकता है. यह इंफेक्शन, हियरिंग लॉस और अन्य समस्याओं का कारण बनता है. सावधानी से ही कान सुरक्षित रहेंगे.

👤 Samachaar Desk 22 Sep 2025 08:56 PM

आज की तेज-रफ्तार जिंदगी में ईयरफोन हमारे रोजमर्रा का अहम हिस्सा बन चुके हैं. चाहे काम करना हो, सफर करना हो या फिर वर्कआउट, लोग घंटों तक ईयरफोन लगाकर संगीत, वीडियो या कॉल्स का मजा लेते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही ईयरफोन धीरे-धीरे आपकी सुनने की क्षमता (Hearing Power) को कमजोर कर सकते हैं? आइए जानते हैं ईयरफोन से जुड़ी समस्याएं और बचाव के तरीके.

ईयरफोन सीधे कानों की नसों पर दबाव डालते हैं. जब हम लंबे समय तक हाई वॉल्यूम में म्यूजिक सुनते हैं, तो कान के नाजुक हिस्सों पर असर पड़ता है. शुरुआत में यह केवल हल्की परेशानी देता है, लेकिन धीरे-धीरे सुनने की क्षमता घटने लगती है. यही वजह है कि लगातार तेज आवाज में संगीत सुनना Hearing Loss का कारण बन सकता है.

तेज आवाज वाले ईयरफोन से बढ़ती समस्या

आजकल लोग ऐसे ईयरफोन लेना पसंद करते हैं, जिनमें बाहर की आवाज बिल्कुल सुनाई न दे. हालांकि, इससे संगीत का मजा बढ़ जाता है, लेकिन कानों पर भारी दबाव पड़ता है. ऐसी आदत आगे चलकर सुनने की क्षमता को स्थायी रूप से नुकसान पहुंचा सकती है.

दिनभर ईयरफोन पहनने के नुकसान

लगातार ईयरफोन लगाने से कान में इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. कान की प्राकृतिक सफाई यानी मोम का संतुलन बिगड़ जाता है. ज्यादा समय तक ऊंची आवाज में सुनने से स्थायी बहरापन हो सकता है. लोगों की आवाज या धीमी ध्वनियां स्पष्ट न सुन पाना आम समस्या बन जाती है.

अपनी सुनने की शक्ति को कैसे बचाएं?

1.⁠ ⁠कभी भी 60% से ज्यादा वॉल्यूम पर संगीत न सुनें.

2.⁠ ⁠हर 1-2 घंटे में ईयरफोन हटाकर कानों को आराम दें.

3.⁠ ⁠ईयरफोन और कानों की सफाई नियमित रूप से करें.

4.⁠ ⁠Noise Cancelling Earphones का इस्तेमाल करें ताकि कम वॉल्यूम पर भी आवाज साफ सुनाई दे.

पहचानें सुनने की समस्या के संकेत

बार-बार कहना पड़ना, “फिर से बोलो, मैंने सुना नहीं.” टीवी या मोबाइल को तेज आवाज पर सुनना और वॉल्यूम कम करने पर आवाज साफ न सुनना. शोरगुल वाले माहौल में बातचीत समझने में कठिनाई होना.