नए साल की शुरुआत अब बस कुछ ही दिनों में होने वाली है. कई लोग इस अवसर पर दोस्तों या परिवार के साथ हिल स्टेशन या किसी अन्य जगह घूमने का प्लान बनाते हैं. वहीं कुछ लोग अध्यात्मिक स्थलों और मंदिरों के दर्शन करना पसंद करते हैं. यदि आप अपने नए साल की शुरुआत भगवान के आशीर्वाद और शांति के साथ करना चाहते हैं, तो तिरुपति बालाजी मंदिर का दर्शन आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन है.
तिरुपति बालाजी मंदिर का निर्माण लगभग तीसरी शताब्दी के आसपास हुआ था. समय के साथ यहां कई बदलाव और सुधार किए गए. यह मंदिर आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले की तिरुमला पहाड़ियों में स्थित है.
यहां भगवान वेंकटेश्वर की पूजा की जाती है, जिन्हें भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है. देशभर से भक्त यहां दर्शन करने आते हैं. मंदिर को तिरुमाला मंदिर, श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर, तिरुपति मंदिर और तिरुपति बालाजी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.
मंदिर की मुख्य मूर्ति के पीछे समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई देती है, जो आज भी रहस्य बनी हुई है. मंदिर द्रविड़ स्थापत्य शैली में बना है और गर्भगृह के ऊपर आनंद निलयम नामक हिस्से को सोने की परत से सजाया गया है.
फ्लाइट से यात्रा
दिल्ली से तिरुपति तक फ्लाइट लेना सबसे आसान विकल्प है. इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से तिरुपति हवाई अड्डा 2-3 घंटे की उड़ान में पहुंचा जा सकता है. हवाई अड्डे से मंदिर तक की दूरी लगभग 40-50 किलोमीटर है, जिसे टैक्सी से तय किया जा सकता है.
ट्रेन से यात्रा
अगर आप ट्रेन से यात्रा करना चाहते हैं, तो नई दिल्ली से कई ट्रेनें तिरुपति के लिए चलती हैं. जैसे केरल एक्सप्रेस (रोजाना), मिलेनियम एसएफ एक्सप्रेस (मंगलवार) और संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (रविवार, बुधवार, शुक्रवार). यात्रा में लगभग 32-40 घंटे लग सकते हैं.
मंदिर के दर्शन के लिए पहले से ऑनलाइन बुकिंग करना सुविधाजनक रहेगा. अगर आप पास मौजूद काउंटर से टोकन लेते हैं, तो काफी भीड़ हो सकती है. टोकन या टिकट लेने के लिए पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड दिखाना जरूरी होता है.
मंदिर के पास कई होटल और धर्मशालाएं हैं, जिन्हें आप अपने बजट के अनुसार चुन सकते हैं. दर्शन के बाद आराम करने और खाने-पीने के लिए यह सुविधाजनक जगह है.
मंदिर दर्शन के बाद आप आसपास की अन्य जगहों का आनंद भी ले सकते हैं:
महाबलीपुरम: मंदिर से लगभग 212 किलोमीटर दूर, यहां आप बीच और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं. हॉर्सले हिल्स: मंदिर से लगभग 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, ट्रैकिंग और पहाड़ों की सैर के लिए उपयुक्त. तलाकोना झरना: मंदिर से लगभग 20 किलोमीटर दूर, प्रकृति के नजारे देखने के लिए. श्री वेंकटेश्वर प्राणी उद्यान: यहां आप जानवरों और प्राकृतिक जीवन को देख सकते हैं.
इसके अलावा मंदिर के आसपास कई लोकल और प्रसिद्ध खाने के स्थान भी हैं.
Copyright © 2025 The Samachaar
