Jimikand Benefits : दिवाली का त्योहार न केवल रौशनी और उल्लास का प्रतीक है, बल्कि यह खास पकवानों की सौगात भी लेकर आता है. इन व्यंजनों में एक खास नाम है जिमीकंद, जिसे आमतौर पर सूरन भी कहा जाता है. ये सब्जी सिर्फ परंपरा का हिस्सा नहीं, बल्कि स्वास्थ्य का खजाना भी है. आइए जानें कि आखिर क्यों जिमीकंद को दिवाली जैसे पर्वों में थाली का हिस्सा बनाया जाता है और इसके पीछे क्या हैं इसके 5 प्रमुख स्वास्थ्य लाभ.
जिमीकंद में कई प्रकार के जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को मजबूती देने का काम करते हैं. इसमें मौजूद हैं:
कार्बोहाइड्रेट प्रोटीन डाइटरी फाइबर विटामिन B1, B6, C और फोलेट बीटा-कैरोटीन पोटेशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम, तांबा
इन सभी पोषक तत्वों की मौजूदगी जिमीकंद को एक संपूर्ण स्वास्थ्यवर्धक सब्जी बनाती है.
जिमीकंद में कैलोरी कम और फाइबर अधिक होता है. यही कारण है कि इसे खाने के बाद देर तक भूख नहीं लगती. यह ओवरईटिंग को रोकने में मदद करता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है.खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो वेट लॉस डाइट फॉलो कर रहे हैं.
सूरन में पोटेशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करता है. हाई बीपी से दिल के रोगों का खतरा बढ़ता है, लेकिन सूरन का नियमित सेवन इस जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.
जिमीकंद में विटामिन C की अच्छी मात्रा होती है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करती है. इससे संक्रमणों से लड़ने की ताकत मिलती है, खासकर बदलते मौसम में यह बहुत लाभकारी होता है.
जिमीकंद में भरपूर फाइबर मौजूद होता है, जो कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है. यह आंतों को साफ रखने और मल को नरम बनाने में सहायक होता है. बवासीर या पाइल्स के मरीजों के लिए यह सब्ज़ी विशेष रूप से लाभकारी मानी जाती है.
इस सब्जी में विटामिन A, E, B3 और B7 मौजूद होते हैं, जो त्वचा की चमक बढ़ाने और बालों को पोषण देने का काम करते हैं. डैंड्रफ, हेयर फॉल और रूखी त्वचा जैसी समस्याओं में सूरन का सेवन लाभकारी हो सकता है.
संतुलित मसाले: इसे बनाते समय नमक और मसालों का संतुलन बनाए रखें ताकि स्वाद और सेहत दोनों का ख्याल रखा जा सके. अन्य सब्जियों के साथ मिलाएं: जिमीकंद को मटर, मेथी या पालक के साथ पकाया जाए तो स्वाद भी बढ़ता है और पोषण भी. गैस की समस्या में सावधानी: अगर पाचन कमजोर है या गैस की शिकायत रहती है, तो शुरुआत में थोड़ी मात्रा में ही सेवन करें.