भारतीय क्रिकेट टीम को आखिरकार नया जर्सी स्पॉन्सर मिल गया है. ड्रीम-11 के करार रद्द होने के बाद अब अपोलो टायर्स टीम इंडिया की आधिकारिक जर्सी पर नजर आएगा. यह साझेदारी 2027 तक जारी रहेगी और इसके तहत अपोलो टायर्स बीसीसीआई को हर मैच के लिए मोटी रकम चुकाएगा.
ड्रीम-11 जहां प्रति मैच बीसीसीआई को 4 करोड़ रुपये देता था, वहीं अपोलो टायर्स ने इससे ज्यादा रकम देने का करार किया है. नई डील के अनुसार, बीसीसीआई को प्रति मैच लगभग 4.5 करोड़ रुपये मिलेंगे. भारत के अगले दो वर्षों में लगभग 130 मैच खेले जाने हैं, ऐसे में अपोलो टायर्स को इस साझेदारी से वैश्विक स्तर पर शानदार ब्रांड विजिबिलिटी मिलेगी.
फिलहाल भारतीय पुरुष टीम एशिया कप 2025 में बिना स्पॉन्सर के खेल रही थी. इसी तरह भारतीय महिला क्रिकेट टीम भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही वनडे सीरीज में बिना किसी जर्सी स्पॉन्सर के उतरी. अब देखना होगा कि अपोलो टायर्स महिला टीम के टूर्नामेंट्स, खासकर महिला वर्ल्ड कप 2025, में भी अपनी ब्रांडिंग करता है या नहीं. यह टूर्नामेंट 30 सितंबर से भारत और श्रीलंका की मेजबानी में खेला जाएगा.
बीसीसीआई और ड्रीम-11 के बीच लगभग 358 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का करार था. लेकिन हाल ही में संसद ने ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम 2025 पारित किया, जिसके तहत पैसों से खेले जाने वाले सभी ऑनलाइन गेम पर प्रतिबंध लगा दिया गया. साथ ही इस अधिनियम ने ऐसे गेम्स के विज्ञापनों और बैंकिंग लेनदेन पर भी रोक लगा दी. इसी वजह से बीसीसीआई को ड्रीम-11 के साथ करार रद्द करना पड़ा.
अपोलो टायर्स पहले भी खेल जगत से जुड़ाव रख चुका है, लेकिन टीम इंडिया की जर्सी पर ब्रांड नाम आने से कंपनी को वैश्विक पहचान का नया आयाम मिलेगा. क्रिकेट भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में अपार लोकप्रियता रखता है. ऐसे में यह करार अपोलो टायर्स के लिए बिजनेस और ब्रांडिंग दोनों ही दृष्टिकोण से बेहद अहम साबित होगा.
इस तरह टीम इंडिया को नया जर्सी स्पॉन्सर मिल गया है और अब सभी की निगाहें इस पर होंगी कि आने वाले टूर्नामेंट्स में अपोलो टायर्स की मौजूदगी किस तरह नजर आती है.
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