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PM मोदी का धार की धरती से संदेश, 'हर दुकान पर लगाओ…', देशवासियों को किया चौकन्ना!

प्रधानमंत्री मोदी ने धार से अपील की, त्योहारों में स्वदेशी उत्पाद ही खरीदें और बेचें. हर दुकान पर लगाएं ‘गर्व से कहो यह स्वदेशी है’ बोर्ड और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत करें.

👤 Samachaar Desk 17 Sep 2025 01:58 PM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के अवसर पर मध्य प्रदेश के धार में आयोजित कार्यक्रम में देशवासियों और व्यापारियों से जोरदार अपील की कि त्योहारों के समय स्वदेशी सामान ही खरीदें और बेचें. उन्होंने कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. पीएम मोदी ने विशेष रूप से यह सुझाव दिया कि हर दुकान पर बोर्ड लगाया जाए, जिसमें लिखा हो, “गर्व से कहो, यह स्वदेशी है”.

त्योहारों में स्वदेशी का महत्व

पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों के समय हर व्यक्ति को स्वदेशी का मंत्र अपनाना चाहिए. उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे जो भी खरीदें, उसमें किसी भारतीय के पसीने की मेहनत और भारत की मिट्टी की खुशबू हो. मोदी ने व्यापारियों से कहा कि वे देश में बने उत्पादों को बढ़ावा दें, ताकि स्वदेशी को विकसित भारत की नींव बनाया जा सके. उन्होंने यह भी याद दिलाया कि महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का माध्यम बनाया था और आज हमें इसे आत्मनिर्भर भारत के लिए अपनाना है.

स्वदेशी खरीदने के फायदे

प्रधानमंत्री ने बताया कि जब हम देश में बने उत्पाद खरीदते हैं, तो पैसा भारत में ही रहता है और विदेशी बाजारों में नहीं जाता. इससे न केवल देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, बल्कि सड़कें, स्कूल और गरीब कल्याण योजनाओं के लिए फंड भी उपलब्ध होता है. पीएम मोदी ने कहा कि छोटे-छोटे घरेलू सामान, खिलौने, दीवाली की मूर्तियां या इलेक्ट्रॉनिक्स जब भारत में बनते हैं, तो इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होते हैं और मध्यम वर्ग के सपने भी पूरे होते हैं.

नवरात्रि और जीएसटी में स्वदेशी को बढ़ावा

पीएम मोदी ने कहा कि 22 सितंबर से नवरात्रि के पहले दिन जीएसटी की कम दरें लागू होने जा रही हैं, जिससे देशवासियों को स्वदेशी उत्पाद खरीदने का और अवसर मिलेगा. उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे अभियान चलाएं और हर दुकान पर “गर्व से कहो यह स्वदेशी है” बोर्ड लगाएं, ताकि लोग गर्व के साथ देश में बने सामान को चुनें.

पीएम मोदी की यह अपील न केवल त्योहारों के समय खरीदारी को देश के हित से जोड़ती है, बल्कि यह स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को भी मजबूत करती है.