भारत के टेलीविजन इतिहास में अगर दो शोज को सबसे ज्यादा याद किया जाता है, तो वो हैं – रामायण और महाभारत. 80 के दशक के आखिरी सालों में इन दोनों धारावाहिकों ने पूरे देश को टीवी स्क्रीन से बांध दिया था. अब लगभग 37 साल बाद, ‘महाभारत’ एक बार फिर लोगों के सामने लौटने को तैयार है – लेकिन इस बार नई तकनीक, नए अवतार और नई पीढ़ी को ध्यान में रखकर.
इस बार ‘महाभारत’ को सिर्फ रीटेलीकास्ट नहीं किया जा रहा, बल्कि इसे एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से बिल्कुल नए रूप में तैयार किया गया है. इसका मकसद सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि भारत की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति, परंपरा और इतिहास से जोड़ना भी है.
इस नए प्रोजेक्ट की घोषणा 10 अक्टूबर 2025 को कलेक्टिव मीडिया नेटवर्क द्वारा की गई. उन्होंने कहा कि ये महाभारत तकनीक और परंपरा का संगम होगी, जिससे लोग इस महाकाव्य को एक बिल्कुल नए अनुभव के साथ देख पाएंगे.
इस एआई-बेस्ड महाभारत को पहले ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जाएगा और उसके बाद टीवी पर प्रसारित किया जाएगा.
दर्शक इस शो को 'WAVES' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर देख पाएंगे. यह प्लेटफॉर्म प्रसार भारती का आधिकारिक ओटीटी ऐप है. दिवाली के बाद इसकी शुरुआत होगी, ताकि इसे पूरे परिवार के साथ मिलकर देखा जा सके.
टीवी पर इसका प्रसारण दूरदर्शन (DD National) पर होगा. हर रविवार सुबह 11 बजे, ठीक उसी तरह जैसे पहले हुआ करता था.
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने कहा: “लॉकडाउन के दौरान जब मूल महाभारत को दोबारा दिखाया गया था, तो हमें एहसास हुआ कि ये कहानियां किस तरह से परिवारों और पीढ़ियों को जोड़ती हैं. एआई-बेस्ड यह नया संस्करण दर्शकों को महाभारत को एक बिल्कुल नए नजरिए से देखने का मौका देगा.”
कलेक्टिव आर्टिस्ट्स नेटवर्क के संस्थापक विजय सुब्रमण्यम ने भी इस पहल पर टिप्पणी की: “हम कुछ ऐसा बनाना चाहते थे जिसमें भक्ति और तकनीक दोनों का मेल हो. ये परियोजना आधुनिक सोच और प्राचीन संस्कृति का सुंदर संगम है.”
आज की नई पीढ़ी तेजी से तकनीक की ओर बढ़ रही है, लेकिन हमारी संस्कृति, महाकाव्य और परंपराएं धीरे-धीरे उनसे दूर होती जा रही हैं. एआई-बेस्ड यह महाभारत एक कोशिश है कि इतिहास को वर्तमान की भाषा में सुनाया जाए.
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