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अमेरिकी सपने के बदले डंकी रूट की सच्चाई- पंजाब पुलिस के ASI और ट्रैवल एजेंट ने किसान से ठगे 1.40 करोड़ रुपये

पंजाब में एक बार फिर से डंकी रूट के काले कारोबार का चेहरा सामने आया है. मोगा जिले के एक किसान आकाशवीर सिंह से अमेरिकी वर्क परमिट दिलाने के नाम पर 1.40 करोड़ रुपये की ठगी का मामला उजागर हुआ है

👤 Golu Dwivedi 21 Jul 2025 02:08 PM

पंजाब में एक बार फिर से डंकी रूट के काले कारोबार का चेहरा सामने आया है. मोगा जिले के एक किसान आकाशवीर सिंह से अमेरिकी वर्क परमिट दिलाने के नाम पर 1.40 करोड़ रुपये की ठगी का मामला उजागर हुआ है. पीड़ित का आरोप है कि एक पंजाब पुलिस के ASI, उसका ट्रैवल एजेंट भाई और उनके साथी ने मिलकर यह जाल बुना. लेकिन वर्क परमिट की बजाय आकाशवीर और उसके परिवार को डंकी रूट से अमेरिका भेजा गया, जहां उन्हें अमेरिकी बॉर्डर पर पकड़ लिया गया और वापस भेज दिया गया.

लुधियाना क्राइम ब्रांच ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी एएसआई सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है, जो कपूरथला पुलिस में तैनात है. उसके भाई दलजीत सिंह उर्फ 'डॉन' और साथी जय जगत जोशी अभी फरार हैं। यह मामला न केवल ठगी का है, बल्कि एक पूरे मानव तस्करी रैकेट की ओर इशारा करता है.

लीगल वर्क परमिट का वादा, डंकी रूट की सच्चाई

पीड़ित आकाशवीर ने बताया कि आरोपी एएसआई और उसके भाई ने उसे अमेरिका की वैध एंट्री और वर्क परमिट का लालच दिया. इस भरोसे में उसने अपने खेत गिरवी रखकर 1.40 करोड़ रुपये जुटाए. लेकिन जब बात बनी नहीं तो उसे उसकी पत्नी और बच्चों समेत अवैध तरीके से अमेरिका भेज दिया गया. मैं सिर्फ अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य चाहता था. जब स्टडी और विज़िटर वीज़ा रिजेक्ट हो गया तो मैंने इस रास्ते को चुना.

अमृतसर से दुबई, फिर अल सल्वाडोर... और डंकी की शुरुआत

आकाशवीर के अनुसार, उन्हें 7 अगस्त 2023 को अमृतसर से दुबई भेजा गया और फिर अल सल्वाडोर होते हुए मैक्सिको बॉर्डर पर ले जाया गया। वहीं से उन्हें अमेरिका में डंकी रूट से एंट्री कराई गई. डील 90 लाख में हुई थी, लेकिन अमेरिका पहुंचने से पहले 50 लाख और मांगे गए। धमकी दी गई कि अगर नहीं दिए तो परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

बॉर्डर पर गिरफ्तारी, बच्चों के साथ जेल, और रिटर्न टू इंडिया

अमेरिका में एंट्री के तुरंत बाद अमेरिकी बॉर्डर अथॉरिटी ने उन्हें हिरासत में ले लिया। लगभग डेढ़ साल तक वे अमेरिकी अधिकारियों के साथ केस लड़ते रहे, लेकिन जून 2025 में उन्हें भारत लौटना पड़ा. मेरे बच्चे उबले चावल खाकर दिन बिताते थे और मैं दुकान व डिलीवरी का काम करके गुजारा कर रहा था.

ASI गिरफ्तार, बाकी आरोपी फरार

लुधियाना के मॉडल टाउन थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता गुरकरण सिंह ने आरोप लगाया कि 90 लाख रुपये नकद उनके आवास पर आरोपी एएसआई को सौंपे गए थे. शिकायत के साथ एक वीडियो भी पुलिस को सौंपा गया, जिसमें आरोपी नोट गिनते दिख रहे हैं. गुरकरण सिंह लुधियाना के वार्ड 53 की आम आदमी पार्टी की पार्षद महक तिन्ना के पति हैं. आकाशवीर का कहना है कि वह 35 एकड़ ज़मीन का मालिक है और 80 एकड़ ज़मीन किराये पर लेकर खेती करता है। उस पर करीब 1.50 करोड़ रुपये का कर्ज भी है.