गर्मी के साथ-साथ एक बार फिर कोविड की वापसी का खतरा मंडराने लगा है. देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण के हल्के केस सामने आने लगे हैं, और पंजाब भी इससे अछूता नहीं है। बीते एक सप्ताह में पंजाब में कोविड के एक्टिव मामलों में तीन गुना से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है. ऐसे में मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार हरकत में आ गई है और जनता को सचेत करते हुए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी की है.
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में खासतौर पर कमजोर वर्गों को लेकर चिंता जताई गई है. बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की सलाह दी गई है. इसके अलावा जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है, उन्हें भीड़भाड़ वाली जगहों में जाने से परहेज करने की अपील की गई है। सरकार ने कहा है कि मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें और जहां भी जाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
सीएम भगवंत मान ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कोविड की स्थिति पर लगातार नजर रखी जाए और यदि आवश्यक हो तो जिलेवार सख्त कदम उठाए जाएं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, पंजाब में कोविड के मामलों की संख्या एक हफ्ते में 12 से बढ़कर 35 हो गई है. हालांकि ये आंकड़ा अभी नियंत्रण में माना जा रहा है, मगर सरकार इसे गंभीरता से ले रही है ताकि स्थिति बिगड़ने से पहले ही सावधानी बरती जा सके.
सरकारी अस्पतालों को सतर्क कर दिया गया है और टेस्टिंग की गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. इसके साथ ही कंटेनमेंट पॉलिसी, ट्रैकिंग सिस्टम और आइसोलेशन सुविधा की समीक्षा भी शुरू हो गई है, सरकार की अपील साफ है जनता सतर्क रहे, स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइंस का पालन करे और किसी भी प्रकार की अफवाह से दूर रहे। किसी को भी हल्की खांसी, बुखार या सांस संबंधी दिक्कत महसूस हो तो तुरंत जांच कराए और डॉक्टर से संपर्क करें.