भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे शुभमन गिल ने एजबेस्टन टेस्ट में अपने करियर का अब तक का सबसे ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है. इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए इस टेस्ट में गिल ने पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक जड़कर इतिहास रच दिया. वह एक ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक और शतक लगाने वाले दुनिया के नौवें और भारत के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं. इससे पहले यह कारनामा सिर्फ महान सुनील गावस्कर ने किया था, जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऐसा प्रदर्शन किया था.
शुभमन गिल ने पहली पारी में 269 रनों की मैराथन पारी खेली और दूसरी पारी में 129 गेंदों में शानदार शतक ठोक दिया. यह उनका टेस्ट करियर का आठवां शतक भी है. इंग्लैंड की सरजमीं पर यह गिल की अब तक की सबसे बड़ी पारी भी रही, जिसमें उन्होंने सुनील गावस्कर का 221 रनों का रिकॉर्ड भी पीछे छोड़ दिया.
1971 में सुनील गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में 124 और दूसरी पारी में 220 रन बनाकर कुल 344 रन बनाए थे. लेकिन अब शुभमन गिल ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए एक टेस्ट में कुल 369 रन बनाए हैं और इस सूची में टॉप पर पहुंच गए हैं. इससे पहले इस लिस्ट में वीवीएस लक्ष्मण (340 रन) और सौरव गांगुली (330 रन) जैसे दिग्गज शामिल थे.
गिल अब उन चुनिंदा भारतीय कप्तानों में शामिल हो गए हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा है. इस सूची में एम.ए.के पटौदी, सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली जैसे नाम शामिल हैं. विराट कोहली के नाम बतौर कप्तान 7 दोहरे शतक दर्ज हैं.
1 यह पारी सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के लिए एक प्रेरणास्रोत बन गई है.
2 युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक मिसाल है कि धैर्य, तकनीक और आत्मविश्वास से कैसे इतिहास रचा जा सकता है.
गिल ने क्रिकेट के मैदान में रिकॉर्ड की बारिश कर दी है. इस शानदार प्रदर्शन से उन्होंने न केवल भारत को मजबूती दी है बल्कि खुद को अगली पीढ़ी का टेस्ट लीजेंड साबित कर दिखाया है.
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