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Types of Fiber : कितने प्रकार के होते हैं फाइबर, इन सम्सयाओं से दिलाते हैं छुटकारा…!

क्या आप जानते हैं कि हर फाइबर आपके शरीर में अलग काम करता है? एक ब्लड शुगर और हार्ट को संभालता है, तो दूसरा कब्ज और वजन को कंट्रोल करता है. दोनों क्यों जरूरी हैं और कितनी मात्रा में लेना चाहिए? जानिए पूरी डिटेल

👤 Samachaar Desk 21 Jul 2025 09:01 AM

स्वस्थ जीवनशैली के लिए हमेशा संतुलित डाइट लेने की सलाह दी जाती है, जिसमें सभी आवश्यक पोषक तत्व शामिल हों. विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के साथ-साथ फाइबर भी बेहद जरूरी है. फाइबर हमारे पाचन तंत्र को सुचारू रूप से चलाने में जरूरी भूमिका निभाता है. इसके अलावा यह गट हेल्थ को मजबूत बनाने, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक है.

फाइबर एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है, जो पौधों से प्राप्त होता है. मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की क्लिनिकल न्यूट्रिशन हेड डॉ. करुणा चतुर्वेदी के अनुसार, यह हमारे शरीर में पचता नहीं बल्कि बिना अवशोषित हुए आंतों के जरिए बाहर निकल जाता है. फाइबर का मुख्य काम पाचन प्रक्रिया को बेहतर करना और आंतों को स्वस्थ रखना है.

फाइबर मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है:

सॉल्युबल फाइबर (Soluble Fiber) इनसॉल्युबल फाइबर (Insoluble Fiber) दोनों का शरीर पर अलग-अलग असर होता है और हेल्थ के लिए दोनों ही जरूरी हैं.

सॉल्युबल फाइबर

सॉल्युबल फाइबर पानी में घुलकर जेल जैसा पदार्थ बनाता है. यह भोजन के पाचन को धीमा करता है, जिससे पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण होता है. फायदे:

ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है. खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है. हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाता है.

स्रोत: ओट्स, सेब, जौ, खट्टे फल, फलियां. किसके लिए उपयोगी? डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए यह फाइबर बेहद फायदेमंद है.

इनसॉल्युबल फाइबर

इनसॉल्युबल फाइबर पानी में नहीं घुलता. यह भोजन को आंतों में आगे बढ़ाने में मदद करता है, जिससे कब्ज की समस्या से बचाव होता है. फायदे:

पाचन को बेहतर करता है. कब्ज से राहत देता है. लंबे समय तक पेट भरा रखने से वजन कम करने में मदद करता है.

स्रोत: साबुत गेहूं, मेवे, फूलगोभी, हरी फलियां, आलू.

रोजाना कितनी मात्रा जरूरी है?

एक वयस्क को प्रतिदिन लगभग 25 से 38 ग्राम फाइबर की आवश्यकता होती है. अपनी डाइट में पर्याप्त फाइबर शामिल करने से न केवल पाचन तंत्र मजबूत होता है, बल्कि मोटापा, डायबिटीज और हृदय रोग जैसी समस्याओं से भी बचाव होता है.