आजकल कई लोग अपने घर में कुत्ता, बिल्ली या अन्य पालतू जानवर पालते हैं. पालतू जानवर न सिर्फ एक साथी की तरह होते हैं, बल्कि यह व्यक्ति की मानसिक सेहत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं. अकेलेपन को कम करने, तनाव घटाने और रोजाना की सैर में मदद करने में पालतू जानवर सहायक होते हैं.
लेकिन, पालतू जानवर पालने के कुछ नकारात्मक असर भी हो सकते हैं, खासकर अगर सफाई और देखभाल में लापरवाही हो. जानवरों से इंसान को कई तरह की सेहत संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इनमें एलर्जी, संक्रमण और त्वचा या बालों की समस्याएं शामिल हैं.
कुछ लोगों का मानना है कि घर में पालतू जानवर होने से बाल झड़ने की समस्या बढ़ सकती है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, जानवरों से इंसान में फंगल संक्रमण हो सकता है.
टीनिया कैपिटिस एक ऐसा फंगल संक्रमण है जो कुत्ते और बिल्लियों की स्किन पर पाया जा सकता है. यदि कोई व्यक्ति इन जानवरों की त्वचा को सहलाता है या उनकी सफाई करता है, तो यह संक्रमण इंसान में भी फैल सकता है.
टीनिया कैपिटिस के लक्षणों में सिर पर गोल-गोल गंजे धब्बे, हल्की सफेद परत और बालों का टूटना शामिल है. कभी-कभी खुजली भी हो सकती है. इसलिए, यदि पालतू जानवर में किसी तरह का संक्रमण दिखे, तो तुरंत पशु चिकित्सक से दिखाना चाहिए.
यदि आपके घर में पालतू जानवर हैं, तो अपनी और उनके स्वास्थ्य के लिए कुछ सावधानियां जरूरी हैं:
1. साफ-सफाई: जानवर और उनकी चीजों की नियमित सफाई करें. बिस्तर, खिलौने और खाने के बर्तन हर 1-2 दिन में साफ करें. फर्श भी साफ रखें.
2. हैंड वॉश: जानवर को छूने, नहलाने, खिलाने या उनके टॉयलेट की सफाई के बाद हाथ अच्छे से धोएं.
3. वैक्सीन और स्वास्थ्य: पालतू जानवर को समय पर सभी वैक्सीन लगवाएं. यदि जानवर बीमार है या संक्रमण है, तो उसे छूते समय दस्ताने पहनें.
4. एलर्जी का ध्यान: कुछ लोगों को जानवरों के बाल या डैंड्रफ से एलर्जी हो सकती है. ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है.
5. चेहरे से दूरी: जानवर का मुंह अपने चेहरे से न लगाएं, इससे पिंपल्स और स्किन इन्फेक्शन की संभावना बढ़ सकती है.