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सर्वाइकल के दर्द से हैं परेशान तो इन चीजों को अभी से बना लें अपनी आदत…!

सर्वाइकल दर्द अब सिर्फ बुजुर्गों की समस्या नहीं रही, बल्कि युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही है. गलत बैठने की आदतें और स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताना इसकी बड़ी वजह हैं. सही मुद्रा, छोटे ब्रेक, स्ट्रेचिंग और योग को अपनाकर इस दर्द से बचा जा सकता है.

👤 Samachaar Desk 08 Sep 2025 07:43 PM

Cervical Problems : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारी सबसे बड़ी साथी बनी है—लैपटॉप और मोबाइल। काम हो या मनोरंजन, दिन का अधिकांश समय स्क्रीन के सामने गुजरता है. लेकिन यही आदतें हमारी गर्दन और रीढ़ की हड्डी पर गहरा असर डाल रही हैं. लगातार झुककर मोबाइल चलाना या घंटों तक एक ही पोजीशन में बैठे रहना सर्वाइकल दर्द की बड़ी वजह बनता जा रहा है.

क्यों बढ़ रही है सर्वाइकल की समस्या?

विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले यह समस्या बुजुर्गों में देखने को मिलती थी, लेकिन अब 25 से 40 साल की उम्र के युवा भी इसका शिकार हो रहे हैं. लंबे समय तक बैठकर काम करना, एक्सरसाइज की कमी और गलत बैठने का तरीका गर्दन की हड्डियों पर दबाव डालता है, जिससे दर्द और अकड़न की परेशानी बढ़ जाती है.

बचाव के आसान उपाय

सही बैठने की मुद्रा अपनायें: लैपटॉप या कंप्यूटर पर काम करते समय स्क्रीन को आंखों के बराबर रखें.

छोटे-छोटे ब्रेक लें: हर 30–40 मिनट में उठकर थोड़ी स्ट्रेचिंग करें. थोड़ी देर काम करने के बाद एक बार जरूर उठें, ताकि बॉडी को रिलीफ मिले.

मोबाइल पर झुककर न देखें: कोशिश करें कि फोन आंखों के लेवल पर रखें. ज्यादा दूर रखने से आपको झुकना पड़ेगा और ऐसा करने से आपको सर्वाइकल की सम्सया हो सकती है.

व्यायाम और योग: गर्दन और पीठ के लिए हल्की एक्सरसाइज व योगासन को दिनचर्या का हिस्सा बनायें.

तकिया और गद्दे का चुनाव: सोते समय सही तकिए और आरामदायक गद्दे का इस्तेमाल करें. ऐसा करने से आपको समस्या नहीं होगी और आप स्वस्थ रहेंगे.

नतीजा

सर्वाइकल दर्द धीरे-धीरे जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है. लेकिन अगर समय रहते सही आदतें अपनाई जायें तो इससे न केवल बचाव किया जा सकता है, बल्कि पहले से हो रही तकलीफ़ को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है. स्क्रीन टाइम का सही प्रबंधन और हेल्दी लाइफस्टाइल ही इसका सबसे अच्छा इलाज है.