Logo

Quetta blast: पाकिस्तान में भीषण बम धमाका, क्वेटा शहर में विस्फोट… 10 मौतें, 30 घायल, शहर में दहशत!

Quetta blast: क्वेटा, बलूचिस्तान में हुआ भयंकर बम धमाका, जिसमें 10 लोग मरे और 30 घायल. फ्रंटियर कॉर्प्स मुख्यालय के पास विस्फोट के बाद पूरे शहर में अफरा-तफरी, अस्पतालों में आपातकाल घोषित.

👤 Samachaar Desk 30 Sep 2025 02:12 PM

बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा एक बार फिर दहशत के साये में है. मंगलवार को यहां हुए भीषण बम धमाके ने पूरे इलाके को हिला दिया. अब तक मिली जानकारी के अनुसार इस विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. मरने वालों में आम नागरिकों के साथ-साथ फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) के जवान भी शामिल हैं.

धमाके के बाद अफरा-तफरी

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका इतना जोरदार था कि चारों ओर धुएं का गुबार छा गया. आसपास के घरों और दुकानों की खिड़कियों के शीशे चटक गए. लोग घबराकर घरों और बाजारों से बाहर निकल आए. अचानक हुई इस घटना से पूरे इलाके में अफरा-तफरी और दहशत का माहौल बन गया.

रंटियर कॉर्प्स मुख्यालय के पास विस्फोट

अधिकारियों के अनुसार धमाका क्वेटा शहर के पूर्वी हिस्से में फ्रंटियर कॉर्प्स मुख्यालय के पास हुआ. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसके तुरंत बाद भारी गोलीबारी की आवाजें भी सुनाई देने लगीं. आसपास के इलाके मॉडल टाउन और ज़रघून रोड पर भी इस धमाके का असर साफ दिखा.

अस्पतालों में आपातकाल

धमाके की भीषणता को देखते हुए बलूचिस्तान स्वास्थ्य विभाग ने क्वेटा और आसपास के सभी अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया. स्वास्थ्य सचिव मुजीबुर रहमान ने पुष्टि की कि सभी डॉक्टरों, नर्सों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन्हें ड्यूटी पर तैनात रहने का आदेश दिया गया है. घायलों को तत्काल सिविल अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है.

पूरे इलाके में दहशत

धमाके की गूंज क्वेटा के बड़े हिस्से में सुनाई दी. धमाके के बाद चली गोलियों की आवाजों ने लोगों में और दहशत फैला दी. कई लोग इसे आतंकी हमले की साजिश मान रहे हैं. हालांकि, अब तक किसी संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.

क्वेटा: बार-बार निशाने पर

क्वेटा, बलूचिस्तान का सबसे संवेदनशील इलाका है और यहां अक्सर इस तरह के हमले होते रहे हैं. यह धमाका पाकिस्तान में बढ़ती अस्थिरता और सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े करता है.