दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) से मंगलवार मध्यरात्रि से लेकर बुधवार शाम तक कम से कम 38 इंडिगो उड़ानें रद्द कर दी गईं. समाचारों के अनुसार, देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर हजारों यात्री रद्दीकरण और देरी के कारण परेशान रहे. तकनीकी खराबियों, पायलट और क्रू की कमी, हवाई अड्डों की भीड़ और अन्य संचालन संबंधी कारणों को मुख्य वजह बताया गया.
बेंगलुरु: 42 उड़ानें रद्द मुंबई: 32 उड़ानें रद्द हैदराबाद: मंगलवार को 14 और बुधवार को 19 उड़ानें रद्द
इस प्रकार, देशभर में इंडिगो की 70 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं.
अधिकारियों ने बताया कि रद्दीकरण का मेन कारण नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियम है, जो 1 नवंबर से लागू हुआ. FDTL नियम के अनुसार, पायलट और फ्लाइट क्रू को थकान से बचाने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकतम काम करने का समय सीमित किया गया है.
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने बुधवार शाम कहा कि 00:00 बजे से अब तक 38 इंडिगो की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द की गई हैं. इंडिगो ने अपने बयान में कहा कि “तकनीकी समस्याएं, हवाई अड्डों पर भीड़, मौसम की प्रतिकूल स्थिति और नई क्रू शेड्यूलिंग नियमों के कारण संचालन प्रभावित हुआ.”
एयरलाइन ने ये भी बताया कि वो “संचालन को सामान्य करने के लिए समय सारिणी में समायोजन कर रही है” और अगले 48 घंटे में उड़ानों की नियमितता बहाल करने का प्रयास करेगी.
एयरलाइन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे हवाई अड्डे जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति इसकी वेबसाइट पर चेक करें. इंडिगो यात्रियों को वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था या रिफंड भी प्रदान कर रही है.
इंडिगो के अलावा, एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट की उड़ानें भी देरी का शिकार हुईं. कारण था कि अमेडियस सॉफ्टवेयर में ग्लोबल चेक-इन सिस्टम आउटेज हुआ, जो लगभग एक घंटे तक चला.
एयर इंडिया ने बताया कि “थर्ड पार्टी सिस्टम” में समस्या के कारण कुछ हवाई अड्डों पर देरी हुई, लेकिन बाद में सिस्टम पूरी तरह बहाल कर दिया गया और संचालन सामान्य हो गया.