Ahmedabad Plane Crash: अहमदाबाद में हाल ही में हुए भयावह एयर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस हादसे में 241 लोगों की मौत हो गई और सिर्फ एक यात्री विश्वास कुमार रमेश जीवित बचे। अब हादसे के बाद जांच एजेंसियों को विमान के मलबे से DVR यानी Digital Voice Recorder मिला है। इस डिवाइस से अब उम्मीद की जा रही है कि यह इस दर्दनाक दुर्घटना की असली वजह सामने लाने में मदद करेगा।
ब्लैक बॉक्स असल में एक फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) होता है। ये दोनों मिलकर विमान की उड़ान से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी रिकॉर्ड करते हैं।
FDR में विमान की रफ्तार, ऊंचाई, इंजन की स्थिति, और दिशा जैसे डेटा होते हैं।
CVR में पायलट और को-पायलट की बातचीत, किसी तरह के अलार्म और कॉकपिट के अंदर की आवाजें रिकॉर्ड होती हैं।
यह उपकरण बहुत मजबूत होता है और किसी भी दुर्घटना में भी डेटा को सुरक्षित रखने की क्षमता रखता है। आग, पानी और टक्कर से यह खराब नहीं होता।
असल में ब्लैक बॉक्स काले रंग का नहीं होता, यह अक्सर नारंगी (ऑरेंज) रंग का होता है ताकि मलबे में आसानी से मिल सके। इसका नाम “ब्लैक बॉक्स” बस एक तकनीकी शब्द के तौर पर प्रचलित हुआ।
जांच एजेंसियों ने इस हादसे के बाद DVR को बरामद कर लिया है। अब इसे जांच के लिए विशेष प्रयोगशालाओं में भेजा जाएगा, जहां से निकाली गई जानकारी से यह पता लगाया जा सकेगा कि:
आखिरी समय में पायलट ने क्या कहा था?
क्या विमान में कोई तकनीकी खराबी आई थी?
क्या मौसम की कोई भूमिका थी?
या फिर किसी अन्य कारण से हादसा हुआ?
ब्लैक बॉक्स को ‘न बोलने वाला गवाह’ कहा जाता है। इसकी रिकॉर्डिंग से सटीक कारण सामने आते हैं। अहमदाबाद विमान हादसे में भी यही उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स की जानकारी से साफ हो जाएगा कि यह भयावह हादसा क्यों और कैसे हुआ।
अब जब विमान का DVR मिल गया है, तो यह हादसे की जांच में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। आने वाले दिनों में जब इसकी रिपोर्ट सामने आएगी, तो 241 लोगों की मौत की असल वजह सामने आ सकेगी। साथ ही भविष्य में इस तरह के हादसों से बचने के उपाय भी तय किए जा सकेंगे।