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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटा: 38 की मौत, 100 घायल, सेना और NDRF बचाव में लगी

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ ज़िले के चशोती गाँव में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में 38 लोगों की मौत और 100 से अधिक लोग घायल हुए। मृतकों में दो CISF जवान भी शामिल हैं।

👤 Saurabh 14 Aug 2025 07:53 PM

जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गाँव में गुरुवार दोपहर बादल फटने से बड़ा हादसा हो गया। अचानक आई बाढ़ में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें दो सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के जवान भी शामिल हैं। इसके अलावा 100 से ज़्यादा लोग घायल हो गए हैं। मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि कई लोग अभी भी लापता हैं।

चशोती गाँव मचैल माता यात्रा का शुरुआती बिंदु है और यह किश्तवाड़ में माता चंडी के मंदिर के रास्ते का आखिरी मोटर-योग्य गाँव है। हादसे के बाद वार्षिक यात्रा रोक दी गई है। किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया कि बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए प्रभावित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि केंद्र सरकार हर संभव मदद देगी। उन्होंने कहा कि स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है और बचाव एवं राहत कार्य जारी हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उपराज्यपाल और मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों को तुरंत घटनास्थल के लिए भेजा गया है और स्थानीय प्रशासन बचाव व राहत कार्य में जुटा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर परिस्थिति में जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी है।

सेना की व्हाइट नाइट कोर भी मौके पर पहुँच चुकी है। सेना ने बताया कि उनके जवानों का ध्यान लोगों की जान बचाने, घायलों की मदद करने और लापता लोगों की तलाश पर है। राहत सामग्री, मेडिकल टीमें और बचाव उपकरण घटनास्थल पर भेज दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के सांस्कृतिक कार्यक्रम और अपनी “एट होम” चाय पार्टी रद्द कर दी है।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी हादसे पर शोक व्यक्त किया और पुलिस, सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ को बचाव कार्य और तेज़ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज और प्रभावितों की मदद में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। यह त्रासदी पूरे इलाके के लिए गहरा सदमा है, और सभी एजेंसियां मिलकर लोगों की मदद करने में जुटी हैं।