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सुबह खाली पेट चबा लें भोलेनाथ की ये पसंदीदा चीज, Diabetes से लेकर पाचन तक सब रहेगा कंट्रोल

बेलपत्र न केवल धार्मिक रूप से पवित्र है, बल्कि यह सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद है. इसमें मौजूद औषधीय गुण पाचन सुधारने, डायबिटीज कंट्रोल करने, त्वचा को निखारने और शरीर को ठंडक देने में मदद करते हैं.

👤 Samachaar Desk 09 Jul 2025 07:32 PM

सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति में लीन रहने का सबसे पवित्र समय माना जाता है. इस दौरान भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह पवित्र बेलपत्र केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सेहत के लिहाज से भी बेहद लाभकारी होता है?

विटामिन का खजाना

आयुर्वेद के अनुसार, बेलपत्र में औषधीय गुणों की भरमार होती है, जो शरीर को अनेक रोगों से बचाने में मदद करते हैं. इसमें विटामिन A, C, B1, B6 के साथ एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते हैं. आइए आगे जानते हैं कि खाली पेट बेलपत्र का सेवन करने से कौन-कौन से फायदे मिलते हैं.

पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

बेलपत्र में प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है, जो कब्ज, गैस, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है. सुबह खाली पेट बेलपत्र चबाने से आंतों की सफाई होती है और पेट हल्का महसूस होता है.

डायबिटीज कंट्रोल में फायदेमंद

बेलपत्र में मौजूद एंटी-डायबिटिक तत्व ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. इसका सेवन शरीर में इंसुलिन के स्तर को बेहतर करता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज में काफी राहत मिल सकती है.

स्किन को बनाता है साफ और चमकदार

बेलपत्र का सेवन स्किन से जुड़ी समस्याएं जैसे एक्ने, एलर्जी, दाग-धब्बे दूर करने में मदद करता है. इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल तत्व त्वचा को साफ रखते हैं और त्वचा में निखार लाते हैं.

तनाव और चिंता करता है दूर

बेलपत्र के एंटी-स्ट्रेस गुण मस्तिष्क को शांत करते हैं. सुबह इसका सेवन मानसिक तनाव को कम करता है और ध्यान व फोकस को बढ़ाता है.बेलपत्र की तासीर ठंडी मानी जाती है. गर्मियों या सावन में खाली पेट इसका सेवन शरीर को ठंडा रखता है और लू या डिहाइड्रेशन से भी बचाता है. सुबह खाली पेट 4 ताज़े बेलपत्र लेकर उन्हें अच्छी तरह धो लें और धीरे-धीरे चबाकर खाएं. इसके बाद एक गिलास गुनगुना पानी पी लें.

सावधानी जरूरी

बेलपत्र का अत्यधिक सेवन न करें. ज्यादा मात्रा में लेने से पेट में जलन या एसिडिटी हो सकती है. यदि आप किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं या दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें.

बेलपत्र केवल एक धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि एक आयुर्वेदिक औषधि भी है. रोजाना खाली पेट इसका सेवन करके आप अपनी आस्था के साथ-साथ सेहत का भी ख्याल रख सकते हैं.

(Disclaimer: यह स्टोरी सामान्य जानकारियों पर आधारित है. किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)