जालंधर में रविवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसने लोगों को हैरान और परेशान कर दिया. 66 फीट रोड स्थित एक एटीएम से ग्राहकों को 500 रुपये के कटे-फटे और नकली नोट मिलने लगे. कुछ ही मिनटों में यह खबर फैल गई और एटीएम के बाहर लोगों की भीड़ लग गई. शिकायतों के बढ़ते दबाव के बीच बैंक को एटीएम अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा.
ग्राहकों ने बताया कि एटीएम से निकलने वाले नोटों की क्वालिटी बेहद संदिग्ध थी.
सबसे बड़ी चिंता यह रही कि नोटों पर मौजूद सुरक्षा फीचर पूरी तरह गायब थे. ग्राहकों ने बताया कि कई नोटों में:
इन सभी बातों ने यह साफ कर दिया कि नोट असली नहीं थे, बल्कि बेहद सस्ते तरीके से बनाए गए नकली नोट थे.
जैसे ही नकली नोट निकलने की बात फैली, लोग बड़ी संख्या में एटीएम के बाहर जमा हो गए. कई उपभोक्ता नोट लेकर बैंक पहुंचे और मामले की शिकायत की. कुछ लोगों ने वीडियो और तस्वीरें भी बनाईं, जो सोशल मीडिया पर जल्द ही वायरल हो गईं.
बैंक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और तत्काल एटीएम को बंद करवा दिया. उन्होंने ग्राहकों को आश्वासन दिया कि:
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि एटीएम में नकली नोट पहुंचे कैसे? सामान्य तौर पर बैंक कर्मचारी या कैश मैनेजमेंट कंपनी ही एटीएम में पैसा डालती है. इसलिए शुरुआती जांच का फोकस इस बात पर है कि:
यह मामला बैंकिंग सुरक्षा और कैश मैनेजमेंट सिस्टम पर बड़े सवाल उठाता है.
बैंक प्रशासन ने आधिकारिक बयान जारी करके कहा है कि:
यह पहली बार नहीं है जब एटीएम से नकली नोट निकलने की घटना सामने आई हो, लेकिन जालंधर का यह मामला बड़ी संख्या में फेक करेंसी मिलने की वजह से बेहद गंभीर माना जा रहा है.