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हनुमानगढ़ की मिल्किंग चैंपियनशिप में धमाका, पंजाब की गाय ने बनाया देश का बड़ा रिकॉर्ड

हनुमानगढ़ में हुई राष्ट्रीय दूध दुहाई प्रतियोगिता में बैंस डेयरी की HF गाय ने 78.6 किलो दूध देकर पहला स्थान पाया. दूसरे नंबर पर भी इसी डेयरी की गाय रही. प्रतियोगिता में कई राज्यों ने हिस्सा लिया.

👤 Samachaar Desk 06 Dec 2025 06:58 PM

राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में राष्ट्रीय स्तर की दूध दुहाई प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. ये कार्यक्रम RCBA के बैनर तले ऑल इंडिया डेयरी चैंपियनशिप के रूप में आयोजित हुआ. देश के कई राज्यों के डेयरी फार्म मालिक और पशुपालक इस प्रतियोगिता में शामिल हुए.

राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और अन्य राज्यों से आई गायों ने दूध दुहाई प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. सभी प्रतिभागियों ने अपनी बेहतरीन दुधारू गायों को प्रतियोगिता में उतारा और शानदार मुकाबला देखने को मिला.

HF गाय ने जीता पहला स्थान

नवांशहर के बैंस डेयरी फार्म की HF गाय ने इस प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा दूध देकर पहला स्थान हासिल किया.

पहला स्थान: 78 किलो 600 ग्राम दूध. दूसरा स्थान: उसी डेयरी की दूसरी गाय ने 69 किलो 500 ग्राम दूध देकर प्राप्त किया.

दूसरा स्थान मिलने पर डेयरी मालिकों को एक ट्रैक्टर भी इनाम में मिला. ये गाय पहले भी कई प्रतियोगिताओं में पहला और दूसरा स्थान हासिल कर चुकी है.

आयोजन की अवधि

1 दिसंबर से शुरू हुआ ये पशु मिल्किंग मेला 3 दिसंबर तक चला. इस दौरान केवल दूध दुहाई से जुड़ी प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं.

HF गाय की डाइट और देखभाल

HF गाय अमेरिका मूल की एक उच्च दुधारू नस्ल है. इसकी डाइट में शामिल होता है: हरा चारा, मक्के का चारा, डॉक्टर की सलाह के अनुसार दिए जाने वाले सप्लीमेंट पाउडर. ये गायें ठंड कम महसूस करती हैं और पूरे साल विशेष देखभाल की जरूरत होती है, ताकि दूध उत्पादन लगातार अच्छा बना रहे.

डेयरी फार्म का लक्ष्य

प्रीतपाल सिंह के पिता चमन सिंह ने बताया कि उनके पास अभी 75 पशु हैं और वे इसे बढ़ाकर 100 दुधारू गायों तक ले जाना चाहते हैं. उनका कहना है कि उनकी गायें रोजाना 8-9 क्विंटल दूध देती हैं.

अमूल को सप्लाई होता है दूध

उन्होंने बताया कि अमूल कंपनी उनकी डेयरी से दूध खरीदती है और हर गुरुवार को भुगतान कर देती है. उन्होंने यह भी बताया कि परिवार के दोनों बेटे डेयरी के काम से जुड़े हैं. बड़ा बेटा पहले इटली में डेयरी फार्मिंग करता था और अब पूरा परिवार मिलकर यह काम संभाल रहा है.