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बार-बार क्यों आते हैं दिल्ली-एनसीआर में भूकंप? जानिए वजहें और इलाके

दिल्ली-एनसीआर भूकंपीय क्षेत्र-IV में आता है, जो भूकंप के लिहाज से काफी संवेदनशील क्षेत्र है। यहां कई भूगर्भीय दरारें और फॉल्ट लाइन्स (जैसे दिल्ली-हरिद्वार रिज, दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट) मौजूद हैं, जो भूकंप की संभावनाएं बढ़ाती हैं।

👤 Saurabh 10 Jul 2025 11:03 AM

गुरुवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, खासकर हरियाणा के झज्जर इलाके में। इस भूकंप की तीव्रता 4.4 थी, और इसका केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था।

दिल्ली एक ऐसे क्षेत्र में आता है जिसे "भूकंपीय क्षेत्र IV" कहा जाता है। इसका मतलब है कि ये इलाका भूकंप के लिए काफी संवेदनशील है और यहां 5 से 6 तीव्रता तक के झटके आम तौर पर आ सकते हैं।

इतिहास की बात करें तो, 1720 से अब तक दिल्ली में 5.5 से 6.7 तीव्रता के सिर्फ 5 बड़े भूकंप दर्ज किए गए हैं, लेकिन इस क्षेत्र में 7 या 8 तीव्रता तक का भूकंप आने की संभावना भी बनी रहती है।

दिल्ली क्यों है भूकंप के लिए ज्यादा संवेदनशील?

दिल्ली के नीचे और आसपास कई भ्रंश रेखाएं (Fault Lines) हैं, जैसे:

दिल्ली–हरिद्वार रिज

दिल्ली–मुरादाबाद फॉल्ट

महेंद्रगढ़–देहरादून उपसतही भ्रंश

सोहना भ्रंश, यमुना रेखा, गंगा रेखा आदि।

इसके अलावा, दिल्ली हिमालय के पास भी है, जो खुद एक भूकंपीय दृष्टि से बहुत सक्रिय इलाका है। इसी वजह से भूकंप की संभावना हमेशा बनी रहती है।

किन–किन जगहों पर महसूस हुए झटके?

दिल्ली के अलावा, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, और फरीदाबाद जैसे एनसीआर के बड़े शहरों में भी झटके महसूस किए गए।

इसके अलावा, राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी हल्का भूकंप दर्ज किया गया।

लोगों की प्रतिक्रियाएं और सोशल मीडिया पर मीम्स

भूकंप के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब मज़ाक और मीम्स बनाए।

एक यूज़र ने लिखा, "लोग भूकंप की पुष्टि के लिए ट्विटर पर दौड़ पड़े हैं!" किसी ने मजाक में कहा, "लगता है दिल्ली की राजधानी कहीं और शिफ्ट कर देनी चाहिए।" एक ने लिखा, "ऐसा लग रहा था जैसे डरावनी फिल्म का भूत बिस्तर हिला रहा हो।"