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दिल्ली और यूपी में यमुना-गंगा का बढ़ता जलस्तर बना चिंता का कारण

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 204.14 मीटर तक पहुँच गया है, जो चेतावनी स्तर 204.5 मीटर के करीब है। हरियाणा और उत्तराखंड में लगातार बारिश और हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।

👤 Saurabh 03 Aug 2025 03:40 PM

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। शनिवार को यमुना का स्तर 204.14 मीटर तक पहुंच गया, जो चेतावनी के निशान 204.5 मीटर के काफी करीब है। अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा और उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण यमुना में पानी तेजी से बढ़ रहा है।

हालांकि अभी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन प्रशासन सतर्क है। सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। अगर बारिश यूं ही जारी रही, तो अगले 1-2 दिनों में नदी का जलस्तर चेतावनी की सीमा पार कर सकता है।

एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2023 में यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था। उस समय दिल्ली के कई निचले इलाके जैसे यमुना बाजार, राजघाट और सिविल लाइंस बाढ़ की चपेट में आ गए थे।

इस बार भी प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और यमुना किनारे नहीं जाने की सलाह दी है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी और लगातार हो रही बारिश की वजह से स्थिति और बिगड़ सकती है।

दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई शहरों में भी हालात चिंताजनक हैं। प्रयागराज में गंगा और यमुना दोनों नदियों का पानी रिहायशी इलाकों में घुस चुका है। शनिवार को प्रयागराज के निचले इलाकों में 15,000 से अधिक घरों में पानी भर गया। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

वाराणसी में भी भारी बारिश के बाद गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। तुलसी घाट के पास गंगा का पानी सीढ़ियों तक पहुंच गया है।

प्रयागराज में SDRF की टीमें लगातार बचाव कार्य में लगी हैं। नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। शनिवार शाम 4 बजे तक नैनी में यमुना का जलस्तर 85.06 मीटर और फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 84.96 मीटर दर्ज किया गया।

सरकार और प्रशासन दोनों जगहों पर हाई अलर्ट पर हैं और लोगों से अपील की गई है कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाने से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।