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अमेरिका में मंदिर जाते समय लापता हुआ भारतीय परिवार, कार दुर्घटना में मिला मृत

अमेरिका में बफैलो (न्यूयॉर्क) से वेस्ट वर्जीनिया के मंदिर दर्शन के लिए निकला भारतीय मूल का एक परिवार—डॉ. किशोर दीवान, आशा दीवान, शैलेश दीवान और गीता दीवान—सड़क हादसे में मारा गया। ये लोग 29 जुलाई से लापता थे।

👤 Saurabh 03 Aug 2025 03:11 PM

अमेरिका के वेस्ट वर्जीनिया राज्य में एक दुखद हादसा सामने आया है। बफैलो, न्यूयॉर्क से आध्यात्मिक यात्रा पर निकला भारतीय मूल का एक परिवार कार दुर्घटना में मारा गया। यह परिवार 29 जुलाई से लापता था और अब उनकी मौत की पुष्टि हो गई है।

मरने वालों की पहचान डॉ. किशोर दीवान, आशा दीवान, शैलेश दीवान और गीता दीवान के रूप में हुई है। ये सभी लोग बफैलो से वेस्ट वर्जीनिया के एक प्रसिद्ध मंदिर 'प्रभुपाद पैलेस ऑफ़ गोल्ड' जाने के लिए सड़क मार्ग से निकले थे। लेकिन बीच रास्ते में उनका संपर्क टूट गया।

मार्शल काउंटी के शेरिफ माइक डौघर्टी ने शनिवार देर रात जानकारी दी कि दीवान परिवार की कार – एक हल्के हरे रंग की टोयोटा कैमरी – वेस्ट वर्जीनिया के बिग व्हीलिंग क्रीक रोड के पास एक खड़ी चट्टान के नीचे मिली। यह जगह बहुत सुनसान है और वहां पहुंचना भी मुश्किल होता है। उनकी कार गुरुवार, 2 अगस्त की रात करीब 9:30 बजे देखी गई थी।

पुलिस और बचाव दल ने वहां पांच घंटे से ज्यादा समय तक काम किया। चारों लोगों की मौत की पुष्टि की गई। अभी तक हादसे के कारणों का पता नहीं चल पाया है, लेकिन जांच जारी है।

इस परिवार को आखिरी बार 29 जुलाई की दोपहर पेन्सिलवेनिया के एरी शहर में एक बर्गर किंग रेस्टोरेंट में देखा गया था। वहां की सीसीटीवी फुटेज में दो लोग अंदर जाते हुए दिखे थे। यही उनकी आखिरी झलक थी।

उसके बाद, पेंसिलवेनिया में ट्रैफिक कैमरे ने उनकी कार को इंटरस्टेट 79 पर दक्षिण दिशा की ओर जाते हुए रिकॉर्ड किया। यह रास्ता सीधे माउंट्सविल के मंदिर की ओर जाता है, जहां उन्हें रुकना था। लेकिन वे कभी वहां नहीं पहुंचे।

परिवार के मोबाइल फोन बुधवार सुबह 3 बजे के करीब आखिरी बार वेस्ट वर्जीनिया के माउंट्सविल और व्हीलिंग इलाकों में सक्रिय थे। इसके बाद से उनके फोन बंद हो गए और कोई संपर्क नहीं हो पाया।

शेरिफ डौघर्टी ने कहा, "हम जानते हैं कि यह वो नतीजा नहीं है जिसकी उम्मीद की जा रही थी। लेकिन हम जनता और सभी एजेंसियों की मदद के लिए आभारी हैं। अब हमारी प्राथमिकता यह पता लगाना है कि असल में हुआ क्या था।"

पूरा मामला अमेरिका और भारत, दोनों देशों में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय भारतीय समुदाय ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।